भाग 1
प्रेमेन्द्र/ आज कल प्रेस क्लब की चर्चा कुछ ज्यादा ही हो रही है. आइये मैं आपको ले चलता हूँ औरंगाबाद में पत्रकारिता के इतिहास की तरफ-…
भाग 1
प्रेमेन्द्र/ आज कल प्रेस क्लब की चर्चा कुछ ज्यादा ही हो रही है. आइये मैं आपको ले चलता हूँ औरंगाबाद में पत्रकारिता के इतिहास की तरफ-…
हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति ने किया 'लोगों का काम है कहना' का विमोचन
वर्धा (महाराष्ट्र)। वरिष्ठ पत्रकार और मीडिया प्राध्यापक प्रो.संजय द्विवेदी के व्यक…
सुदर्शन व्यास/ ‘लोगों का काम है कहना...’ पुस्तक का आखिरी पन्ना पलटते समय संयोग से महात्मा गांधी का एक ध्येय वाक्य मन–मस्तिष्क में गूंज उठा – ‘कर्म ही पूजा है’। जब मैं इस किताब को पढ़ रहा था तो बार–बार महात्मा गांधी का ये वाक्य सहसा अंतर्गन में सफर कर रहा था। ये कहूँ तो कोई …
पाली। अखिल भारतीय साहित्य परिषद राजस्थान ,कल्पवृक्ष साहित्य सेवा संस्थान एवं वंदेमातरम् शिक्षण समूह पाली के संयुक्त तत्वावधान में पं. विष्णुप्रसाद चतुर्वेदी समृति द्वितीय राष्ट्रीय व्याख्यानमाला एवं साहित्यकार सम्मान समारोह का आयोजन पाली में संपन्न हुआ। इस मौके पर भारतीय जन संचार संस्थान (…
दो दर्जन से ज्यादा प्रतिभागियों को मिला राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का टिकट, WJAI के राष्ट्रीय महासचिव डॉ० अमित रंजन भी सारण जिला स्तरीय युवा उत्सव के नाटक के निर्णायक के रुप में ह…
राष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन का केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री डॉ. एल. मुरुगन, मुख्य प्रसाशिका दादी रतन मोहिनी, आईआईएमसी के पूर्व महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी, पूर्व कुलपति डॉ. मान सिंह परमार और ब्रह्माकुमारीज के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने किया शुभारंभ, भारत सहित नेपाल से एक हजार से अधिक पत्रकार, स…
‘रेणु आ मैथिली’ विषयक सेमिनार को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के नाम रेणु साहित्य के अध्येता ‘अनंत’ का खुला पत्र…
पाली। कल्पवृक्ष साहित्य सेवा संस्थान, पाली (राजस्थान) द्वारा शिक्षाविद् पं. विष्णुप्रसाद चतुर्वेदी स्मृति द्वितीय राष्ट्रीय व्याख्यान माला एवं साहित्यकार सम्मान समारोह आगामी 29 सितंबर को वंदेमातरम एकेडमी ,पाली में आयोजित किया गया है। संस्थान अध्यक्ष पवन पाण्डेय एवं संयोजक राजेन्द्र सिंह भा…
कृपाशंकर चौबे/ हिंदी के तमाम मूर्धन्य संपादक पत्रकारिता के किसी संस्थान या विश्वविद्यालय से प्रशिक्षित नहीं थे। किंतु वे अपने आप में प्रशिक्षण संस्थान थे। वे पूरे के पूरे पाठ्यक्रम थे और वे ही प्रयोगशाला थे। उनके भीतर अपने समाज को देखने और समझने की अचूक दृष्टि थी। इसलिए पत्रक…
एडब्ल्यूजेएफ का ‘‘Reporting Climate Change and Gender” विषय पर प्रशिक्षण सत्र आयोजित
गुवाहाटी/ असम महिला पत्रकार मंच (एडब्ल्यूजेएफ) ने अपनी पहली पहल में, गुवाहाटी विश्वविद्यालय के संचार एवं पत्रकार…
उपराष्ट्रपति ने आज संसद भवन में संसद टीवी@3 कॉन्क्लेव के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया
उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने आज भारत के खिलाफ़ नापाक मंसूबों को पूरा …
कैबिनेट ने एनीमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग, कॉमिक्स एंड एक्सटेंडेड रियलिटी (एवीजीसी-एक्सआर) के लिए राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (एनसीओई) की स्थापना को मंजूरी दी…
हिंदी प्रचारिणी समिति, छिंदवाड़ा के आयोजन में सम्मानित हुए प्रो.संजय
भोपाल। भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) के पूर्व महानिदेशक प्रो.संजय द्विवेदी का कहना है कि 2030 तक …
कालेज आफॅ कामर्स आर्ट्स एण्ड साइंस पटना का हीरक जयंती समापन समारोह सम्पन्न, महाविद्यालय की वार्षिक पत्रिका 'विमर्श' के हीरक जयंती अंक का भी विमोचन…
हिंदी दिवस (14 सितंबर पर विशेष)
प्रो. (डॉ.) संजय द्विवेदी/ एक भाषा के रूप में हिंदी न सिर्फ भारत की पहचान है, बल्कि हमारे जीवन मूल्यों, संस्कृति और संस्कारों की सच्ची संवाहक, संप्रेषक और परिचायक भी है। बहुत सरल, सहज औ…
उर्मिलेश/ हमारे समाज में मीडिया का कारपोरेट तंत्र फल-फूल रहा है पर पत्रकारिता गहरे संकट में है. असल में पत्रकारिता प्रोफेशनल और ऑब्जेक्टिव होकर ही की जा सकती है. मौजूदा मीडिया उद्योग को प्रोफेशनलिज्म और ऑब्जेक्टिविटी हरगिज मंजूर नहीं!…
उद्देश्य एशिया भर में बौद्ध मीडिया पेशेवरों का नेटवर्क बनाना, विषय ‘विचारशील संचार और टकराव से बचाव’
दिल्ली / अंतर्राष्…
आईआईएमसी के पूर्व महानिदेशक ने कहा उमेश जी ने वैश्विक मीडिया के भारत विरोधी चेहरे को उजागर किया
भोपाल। भारतीय जन संचार संस्थान (आ…
ओम थानवी/ नाम तो एक ही होगा। फिर अख़बारों में दो तरह से क्यों लिखा जाता है? रिपोर्टर चाहें तो सही नाम कई स्रोतों से पता कर सकते हैं।…
डॉ. लीना