चुप रहने, घर बैठे का वक्त नहीं है अब
यशवंत सिंह। अब हमारे और आपके सड़क पर उतरने का वक्त है... पत्रकार हत्याओं के खिलाफ नोएडा से दिल्ली तक पैदल प्रोटेस्ट मार्च 8 जुलाई को है... आप भी आइए... चुप रहने, घर बैठे का वक्त नहीं है अब.
पत्रकारों की लगातार जघन्य हत्याओं और उत्पीड़न के खिलाफ देश भर के मीडियाकर्मियों में गुस्सा है. ये मीडियाकर्मी तरह तरह से अपने गुस्से का इजहार कर रहे हैं. दिल्ली एनसीआर के कई पत्रकारों ने तय किया है कि वो चौथे खंभे को जमींदोज करने की साजिशों के खिलाफ पैदल ही प्रोटेस्ट मार्च निकालेंगे और गृहमंत्री से मिलकर ज्ञापन देने के साथ उन्हें अपनी चिंता से अवगत कराएंगे.
दिल्ली एनसीआर के मीडियाकर्मी 8 जुलाई 2015 को गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) के सेक्टर 14 स्थित वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय से दिन में 11 बजे प्रोटेस्ट मार्च की शुरुआत करेंगे. यह पैदल प्रोटेस्ट मार्च अक्षरधाम, आईटीओ, मंडी हाउस होते हुए केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के सरकारी आवास 17 अकबर रोड तक पहुंचेगा. वहां राजनाथ सिंह को 5 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा जायेगा. इस आयोजन में हर मीडियाकर्मी आमंत्रित है.
यह प्रोटेस्ट मार्च मीडियाकर्मियों के सड़क पर उतर कर गुस्से का इजहार करने के लिए है. इसलिए इसमें हर उस मीडियाकर्मी और संवेदनशील नागरिक को शामिल होना चाहिए जो देश के चौथे खंभे की आवाज खामोश कराने की साजिशों के खिलाफ है.
ज्ञात हो कि इस पदयात्रा को रोकने के लिए गृह मंत्रालय और दिल्ली पुलिस की तरफ से लगातार फोन पत्रकारों के पास आ रहे हैं लेकिन मीडियाकर्मियों ने तय कर लिया है कि चाहें जो हो, वो हर कीमत पर पदयात्रा करते हुए अपने विरोध को गृह मंत्री तक पहुंचाने के लिए उनके आवास पर पहुचेंगे।