दिव्यता पब्लिकेशन लखनऊ की पहली मासिक पत्रिका "दिव्यता' का पहला अंक सोमवार को बाज़ार में उपलब्ध होगा।यह जानकारी देते हुए पत्रिका के संपादक प्रदीप श्रीवास्तव ने बताया कि अक्षय तृतीया को यानि 13 मई 2013 की सुबह 10.30 बजे अलीगंज स्थित आंचलिक विज्ञानं केंद्र के प्रेक्षागृह में भारतीय प्रबंधन संसथान लखनऊ के प्रो.भारत भास्कर के कर कमलों से होगा। इस अवसर पर अतिथियों में सर्व श्री अनिल कुमार सिंह ,श्रीमती ज्योत्सना श्रीवास्तव ,श्रीमती अमिता श्रीवास्तव,श्री राम सूरत राम ,श्रीमती दीपा सिंह आदि उपस्थित रहेंगी। पत्रिका के बारे में जानकारी देते हुए श्री श्रीवास्तव ने बताया कि "दिव्यता" हिंदी मासिक पूरी तरह से पारिवारिक होगी ,जिसमे घर में रहने वाले पाठकों के लिए सामग्री होगी।इसी लिए पत्रिका का स्लोगन दिया गया है " नये ज़माने की नई सोच".I पत्रिका पूरी तरह से घरेलु है,जिसमे हर बार किसी एक विषय को उठाया जायेगा। इसके आलावा महिलाओं ,बच्चों के लिए तो होगी ही,वहीँ अध्यात्म पर भी आलेख दिए जायेंगे।
प्रवेशांक में अयोध्या पर आमुख कथा दी गई है। जिसमे अयोध्या स्वयं अपने दुखो का बयां कर रही है कि किस तरह अयोध्या पर राजनीति होती रही है। लेकिन अयोध्या का विकास आज तक नहीं हुआ है ?
"दिव्यता" के मई अंक में इस तरह की रोचक जानकारी पाठकों को मिलेगी। पत्रिका का मुल्य मात्र बीस रुपये ही है। उन्हों ने बताया कि पत्रिका के वार्षिक ग्राहकों को सदस्य बनाने पर काफी छुट दी जारही है।
एक साल के लिए 240/- रूपए होते है लेकिन वार्षिक सदस्यों को मात्र 200/- रुपये में मिलेगा। इसी तरह दो वर्ष375/-रुपये एवं तीन वर्ष के सदस्यों को 550/- रुपये देने पड़ेंगे। दिव्यता देश के सभी बुक स्टालों पर उपलब्ध होगी। अपनी प्रति के लिए 07376148320 इस नंबर पर अपना पूरा पता एस.एम्.एस. कर सकते हैं।