Menu

 मीडियामोरचा

____________________________________पत्रकारिता के जनसरोकार

Print Friendly and PDF

आंकड़ों के ऑनलाइन आदान-प्रदान में सरकारी एजेंसियों के बीच हो बेहतर तालमेल: सिब्बल

आकाशवाणी की वेबसाइट को उल्लेखनीय सामग्री की श्रेणी में स्वर्ण आइकान वेब रत्न अवार्ड 2012’’
‘बिहार पब्लिक ग्रीवांस रीड्रेसल सिस्टम’ को सिल्वर आइकान
नई दिल्ली/ संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री कपिल सिब्बल ने केन्द्र और राज्यों के मंत्रालयों और विभागों में सूचना के इलेक्ट्रॉनिक आदान-प्रदान का समर्थन किया है और कहा है कि इससे इनकी कार्यकुशलता बढ़ेगी और ये अपनी सेवाएं ज्यादा प्रभावी ढंग से उपलब्ध करा सकेंगे। नई दिल्ली में वर्ष 2012 के वेबरत्न पुरस्कार समारोह में श्री सिब्बल ने कहा कि आंकड़ों के ऑनलाइन आदान-प्रदान के लिए सरकारी एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल होने चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे जवाबदेही सुनिश्चित करने और खामियां दूर करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि जानकारी के ऑन लाइन आदान-प्रदान की व्यवस्था से भ्रष्ट तरीके शुरू में ही रोके जा सकेंगे।
समारोह में विभिन्न संगठनों को वेब के जरिए विशिष्ट ई-प्रशासन प्रयासों के लिए वेबरत्न पुरस्कार प्रदान किये गए। आकाशवाणी की वेबसाइट को वेबसाइट में उल्लेखनीय सामग्री की श्रेणी में स्वर्ण आइकन प्रदान किया गया, वहीं “बिहार पब्लिक ग्रीवांस रीडेसल सिस्टम” को ’’सिल्वर आइकान वेब रत्न अवार्ड 2012’’ दिया गया। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार तथा नेशनल इंफार्मेशन सेंटर, नई दिल्ली द्वारा प्रदत्त इस पुरस्कार को केन्द्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री कपिल सिब्बल ने नई दिल्ली में प्रदान किया।
“बिहार पब्लिक ग्रीवांस रीड्रेसल सिस्टम” एक वेब आधारित व्यवस्था है जिसमें आमजन द्वारा सरकार के पास फरियाद करने तथा उसके समाधान हेतु सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयत्नों की पारदर्शिता से दोनों के बीच बेहतर रिश्ते की गुँजाइश बनती है। सरकार की जवाबदेही सुनिश्चित करते इस सिस्टम की व्यापक पहुँच तथा उपयोगिता को देखते हुए भारत सरकार ने इसे वेब रत्न अवार्ड से नवाजा है।
मुख्यमंत्री सचिवालय से सीधे जुड़े तथा उसके प्रत्यक्ष नियंत्रण एवं अनुश्रवण में संचालित “बिहार पब्लिक ग्रीवांस रीडेªसल सिस्टम” की वेबसाइट पर कई तरीकों से प्राप्त जनशिकायत संबंधी आवेदन को यूनिक नम्बर देकर स्कैन करते हुए अपलोड कर दिया जाता है। आवेदन प्राप्त करने के विभिन्न तरीकों के तहत ’जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम के तहत प्राप्त आवेदन, मुख्यमंत्री की प्रदेश भ्रमण संबंधी विभिन्न यात्राओं (विकास यात्रा, विश्वास यात्रा, सेवा यात्रा आदि) के क्रम में आमजन से प्राप्त आवेदन, मुख्यमंत्री की अन्य विभिन्न यात्राओं, पार्टी मीटिंग्स आदि में प्राप्त आवेदन, मुख्यमंत्री के कार्यालय में प्राप्त जन आवेदन आदि के अलावे वेबसाइट के जरिए सीधे आवेदन प्राप्त करने हेतु मौखिक/टेलीफोनिक तथा फैक्स माध्यमों की व्यवस्था की गई है। वेबसाइट के जरिए पे्रषित आवेदनों की प्रविष्टि हेतु कंट्रोल रूम काल सेंटर संचालित है जो आम जन की अपेक्षानुरूप उनकी शिकायतों को दर्ज करता है।
मुख्यमंत्री सचिवालय उक्त सभी माध्यमों से प्राप्त आवेदनों की स्कैनिंग कर पोर्टल पर अपलोड करता है। वेबसाइट के जरिए अपनी शिकायत मुख्यमंत्री के समक्ष रखने की इस व्यवस्था ने सिस्टम की उपयोगिता को कई गुना बढ़ाया है; क्योंकि इसके लिए घर बैठे या निकटतम साइबर कैफे जाकर आवेदन करना लोगों के समय तथा पैसे की बचत करता है।
उल्लेखनीय है कि पहली मार्च 2012 को ‘‘बिहार पब्लिक ग्रीवांस रीडेªसल सिस्टम’’ के वेबसाइट पर कुल 2,62,466 आवेदन अपलोड किए गए थे जिसमें से 6294 आवेदन आनलाइन प्राप्त हुए थे तथा 1,57,818 आवेदन डाक द्वारा या हाथोंहाथ प्राप्त थे।
ज्ञातव्य है कि यह सिस्टम वर्ष के सभी 365 दिन 24 * 7 की तर्ज पर अनवरत काम करता है और पूरे देश में कहीं से भी इसके वेबसाइट पर पहुँचा जा सकता है। सुदूर देहाती क्षेत्र के भी लोग नजदीकी कामन सर्विस सेंटर पर जाकर शिकायत पत्र दाखिल कर सकते हैं अथवा अपनी शिकायत पर किए जा रहे कार्यों तथा अद्यतन स्थिति के बारे में पूछताछ कर सकते हैं।

Go Back

Comment

नवीनतम ---

View older posts »

पत्रिकाएँ--

175;250;e3113b18b05a1fcb91e81e1ded090b93f24b6abe175;250;cb150097774dfc51c84ab58ee179d7f15df4c524175;250;a6c926dbf8b18aa0e044d0470600e721879f830e175;250;13a1eb9e9492d0c85ecaa22a533a017b03a811f7175;250;2d0bd5e702ba5fbd6cf93c3bb31af4496b739c98175;250;5524ae0861b21601695565e291fc9a46a5aa01a6175;250;3f5d4c2c26b49398cdc34f19140db988cef92c8b175;250;53d28ccf11a5f2258dec2770c24682261b39a58a175;250;d01a50798db92480eb660ab52fc97aeff55267d1175;250;e3ef6eb4ddc24e5736d235ecbd68e454b88d5835175;250;cff38901a92ab320d4e4d127646582daa6fece06175;250;25130fee77cc6a7d68ab2492a99ed430fdff47b0175;250;7e84be03d3977911d181e8b790a80e12e21ad58a175;250;c1ebe705c563d9355a96600af90f2e1cfdf6376b175;250;911552ca3470227404da93505e63ae3c95dd56dc175;250;752583747c426bd51be54809f98c69c3528f1038175;250;ed9c8dbad8ad7c9fe8d008636b633855ff50ea2c175;250;969799be449e2055f65c603896fb29f738656784175;250;1447481c47e48a70f350800c31fe70afa2064f36175;250;8f97282f7496d06983b1c3d7797207a8ccdd8b32175;250;3c7d93bd3e7e8cda784687a58432fadb638ea913175;250;0e451815591ddc160d4393274b2230309d15a30d175;250;ff955d24bb4dbc41f6dd219dff216082120fe5f0175;250;028e71a59fee3b0ded62867ae56ab899c41bd974

पुरालेख--

सम्पादक

डॉ. लीना