निराला विदेसिया / उपमिता वाजपेयी दैनिक भास्कर, भोपाल की स्थानीय संपादक बनायी गयी हैं। दैनिक भास्कर के लिए उसका भोपाल संस्करण कितना महत्वपूर्ण है,सब जानते हैं।
भास्कर का यह स्वागतयोग्य कदम है। बड़े अखबार ऐसी पहल से बचते रहे हैं। बीबीसी संस्थान रूपा झा को अहम जिम्मेवारी दे चुका है। रूपा झा का नाम और काम,सब जानते हैं लेकिन बार बार साबित करने के बावजूद अखबार वाले महिला पत्रकारों को एक सीमित दायरे में समेटकर रखते हैं। मृणाल पांडे संभवतः आखिरी नाम हुईं हिंदी अखबारी जगत में जो महिला पत्रकार के रूप में शीर्ष पर रहीं। ऐसे में भास्कर की यह पहल स्वागतयोग्य है। बाद बाकि उपमिता के काम से भास्कर के नियमित पाठक खूब अच्छे से परिचित होंगे। कई सालों से देश के चप्पे चप्पे से,टफ से टफ इलाके में जाकर रिपोर्टिंग करती रही हैं। साहस के साथ, चुनौतियों को झेलते हुए।
(निराला विदेसिया के फेसबुक वाल से )