उत्तर प्रदेश। समाजवादी धारा के वरिष्ठ पत्रकार अरुण कुमार पानीबाबा नहीं रहे। नेहरु और इंदिरा के दौर से पत्रकारिकता शुरू करने वाले अरुण कुमार शुक्रवार के नियमित स्तंभकार थे और अन्न जल कालम लिखते थे।
समाजवादी आंदोलन से जुड़े पानीबाबा ने पानी के सवाल पर महत्वपूर्ण काम किया था । पिछले वर्ष बातचीत के दौरान यह फोटो ली थी । वे परम्परागत खानपान के विशेषग्य थे और एलोपैथिक दवाओं से परहेज करते थे ।
पिछले कुछ समय पहले उनके कुल्हे की हड्डी टूट गई थी जिसकी वजह से वे बिस्तर पर थे। आज गाजियाबाद के मैक्स अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली।
वे जनसत्ता एपार्टमेंट में रहते थे और सबसे पुराने बाशिंदे भी थे। बहुत खराब लगा जब पता चला श्रद्धांजलि। (अंबरीश कुमार के फेसबूक वाल से )।