हजार पृष्ठों को पार कर गई है लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज भारत की यह प्रथम मीडिया डायरेक्टरी
पत्रकार समाज की बुराइयों को दूर करते हैं-राज्य मंत्री नसीम खान, पत्रकारिता कोश से पत्रकारों की संपर्क शक्ति बढ़ी है - प्रेम शुक्ल, समाचार माध्यम समाज के विकास का सबसे प्रभावी माध्यम है- नीलकंठ पारटकर
मुंबई / आज के पत्रकार एकदम जागरूक हैं। वे पल-पल सावधान रहकर समाज की बुराइयों को दूर करते हैं। उनके लिए पत्रकारिता कोश बहुत उपयोगी है। यह बातें महाराष्ट्र राज्य के वस्त्रोद्योग मंत्री आरिफ नसीम खान ने कही। वे विलेपार्ले स्थित शुभम हॉल में हम लोग संस्था द्वारा आयोजित भारत की प्रथम मीडिया डायरेक्टरी पत्रकारिता कोश के 14वें अंक के विमोचन समारोह के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। इस अवसर पर रियल इस्टेट के ग्राहकों के लिए उपयोगी वेबसाइट www.buyrightmumbai.com को भी लांच किया गया। समारोह में प्रमुख अतिथि के रूप में महाराष्ट्र के पूर्व गृहराज्यमंत्री व विधायक कृपाशंकर सिंह ने पत्रकारिता को पवित्र प्रोफेशन की संज्ञा दी और पत्रकारिता कोश के इस अंक की भूरि-भूरि प्रशंसा की। उन्होंने बाईराइट मुंबई नामक वेबसाइट को भवन निर्माता और ग्राहकों के लिए बहुपयोगी बताया।
दोपहर का सामना के कार्यकारी संपादक प्रेम शुक्ल ने कहा कि आफताब आलम द्वारा संपादित पत्रकारिता कोश का यह 14 साल है। इसके माध्यम से देश भर के लेखक-पत्रकारों की शक्ति बढ़ी है। इससे पत्रकारिता संबंधित समस्याएं काफी कम हो जाती हैं। समारोह अध्यक्ष प्राचार्य आईबी सिंह ने समाज-संस्कृति-राजनीति-साहित्य के अंर्तसंबंधों की रोशनी में पत्रकारिता कोश को राह दिखाने वाला कहा।
जन्मभूमि के संपादक कुंदन व्यास ने "पत्रकारिता कोश" के 14 वें अंक के नियमित प्रकाशन को भगीरथ प्रयास बताया और कहा कि यह कोश देश के सभी राज्यों के बीच संवाद का सेतु है। श्री व्यास ने कहा कि आज पत्रकारिता का क्षेत्र आकर्षण का क्षेत्र हो गया है लेकिन यह फैशन नहीं पैशन है ।
नवभारत के शहर संपादक बृजमोहन पांडेय ने पत्रकारों को हमेशा सकारात्मक सोच रखने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सकारात्मक सोच से हम अपने साथियों को लेकर आगे बढ़ सकते हैं और अपनी कमियों को दूर कर सकते हैं जो देश के विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है।
मुंबई मित्र/वृत्त मित्र के समूह संपादक अभिजीत राणे ने पत्रकारिता कोश को एक ऐसा पुल बताया जो देश के लेखक-पत्रकारों को एक मंच पर लाता है। उन्होंने कहा कि मीडिया के क्षेत्र में आने के इच्छुक नवीन विद्यार्थियों के लिए यह काफी उपयोगी है।
दबंग दुनिया के संपादक नीलकंठ पारटकर ने कहा कि समाचार माध्यम समाज के विकास का सबसे प्रभावी माध्यम है। आज के बदलते दौर में समाचार माध्यम को नए दृष्टिकोण से देखना होगा तभी हमारे समाज का विकास हो सकता है।
नीटी के राजभाषा अधिकारी सुरेशचंद्र जैन ने कहा कि मात्र 168 पृष्ठों से प्रारंभ हुआ यह कोश आज 1000 पृष्ठों को पार कर गया है। इससे साफ पता चलता है कि कोश की लोकप्रियता तो निरंतर बढ़ रही है लेकिन मूल्य उसकी तुलना में काफी कम है और यह मीडियाकर्मियों के अच्छे दिन लगातार जारी रहने का संकेत है।
आफ्टरनून के मुख्य संवाददाता फिलिप वर्गिस ने कहा कि प्रेस दीप स्तंभ का काम कर रहा है। और सभी प्रेस को एक सूत्र में बांधने के लिए पत्रकारिता कोश का यह प्रयास अनूठा है।
मुंबई विश्वविद्यालय के हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. करूणाशंकर उपाध्याय ने भविष्य की तकनीक के साथ पत्रकारिता कोश को और उपयोगी बनाने पर जोर दिया। उन्होंने पत्रकारिता कोश को मीडियाकर्मियों व साहित्यकर्मियों के लिए एक संपर्क सूत्र का सबसे उत्तम साधन बताया।
लेमन न्यूज चैनल के मुख्य कार्यकारी संपादक सैयद सलमान ने कहा कि देश में जन जागरूकता लाने के लिए अखबारों और पत्र-पत्रिकाओं को साथ लेकर चलने की आवश्यकता है ।
कार्यक्रम की शुरूआत उपस्थित सभी अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन व सरस्वती चित्र पर माल्यार्पण से हुई। अवधेश विश्वकर्मा की सरस्वती वंदना तथा सुरेश मिश्र, डॉ. मुकेश गौतम तथा सागर त्रिपाठी के काव्य पाठ के बाद अतिथियों का स्वागत प्रो. दयानंद तिवारी, आशीर्वाद के निदेशक डॉ. उमाकांत बाजपेयी, अजिंक्य महाराष्ट्र के संपादक श्रीपाद नायक, लेखिका लक्ष्मी यादव, वरिष्ठ पत्रकार हरिनाथ यादव, लेखक सलाम शेख, विकलांग की पुकार के कार्यकारी संपादक सरताज मेहदी, राकांपा के युवा नेता घनश्याम गुप्ता, आदि ने किया।
हमलोग के अध्यक्ष एड. विजय सिंह ने प्रस्ताविक वक्तव्य दिया और बाईराइट मुंबई नामक वेबसाइट को समय की जरूरत बताया। उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से खरीदार और विक्रेता दोनों की समस्याओं का समाधान होगा। एड. अनामिका सिंह ने वेबसाइट के बारे में विस्तृत जानकारी दी। पत्रकारिता कोश के संपादक आफताब आलम ने अपने वकतव्य में कहा कि पिछले एक दशक में पत्रकारिता का काफी विस्तार हुआ है जिससे पत्रकारिता कोश में नामों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। उन्होंने कहा कि यह कोश न सिर्फ देश के मीडिया व साहित्यकर्मियों के लिए उपयोगी बल्कि विदेशों में रहने वाले प्रवासी भारतीय लेखकों के लिए भी अति उपयोगी है।
इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय शायर तथा क़ुतुबनुमा पत्रिका के कार्यकारी संपादक सागर त्रिपाठी, लोकमंगल के अध्यक्ष कन्हैयालाल सराफ, लोकाधिकार सेवा समिति के अध्यक्ष चंद्रशेखर शुक्ल, भवंस सोमानी कॉलेज के प्रो. संतोष तिवारी, प्रख्यात पत्रकार मनी डिमेलो तथा क़ुतुबनुमा की संपादक डॉ. राजम नटराजम, ज्वलर्स टुडे पत्रिका के संपादक ललित जैन तथा हिन्दुस्तान की आवाज के संपादक मुकीम शेख को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्ता केतन गारोडिया व बेस्ट के पूर्व अध्यक्ष राम जनक सिंह को हमलोग गौरव सम्मान-2014 प्रदान किया गया।
इसी प्रकार, पत्रकारिता कोश हेतु सूचनाएं एकत्रित करने के लिए उत्तराखंड के सूचना प्रभारी व टाउन वार्ता के संपादक रमेश जुयाल को श्रेष्ठ सूचा प्रभारी तथा कल्याण के सूचना ब्यूरो व दबंग दुनिया के ठाणे ब्यूरो चीफ एस.एन.दुबे को श्रेष्ठ सूचना ब्यूरो सम्मान प्रदान किया गया। इस अवसर पर जुनियर जॉनी लीवर, कौमी पैगाम के संपादक डॉ. अंसारी, बॉलीवुड ब्लॉग के संपादक मनोज यादव, गीतकार दिनेश्वर पांडेय दीन, शायर खन्ना मुजफ्फरपुरी, रमेश कुमार, अनुपम मेल के संपादक दिनेश बैसवारी, हिमांशु विश्वकर्मा, न्यू इंडिया एश्योरेंस के राजभाषा अधिकारी विद्याभूषण तिवारी, खबरें गौरव के संपादक दिनेश्वर माली, अशोक दुबे, मीडिया हाऊस के सैयद आशिक अली, जनहित विजय के संपादक अविनाश सूर्यवंशी, खबरें पूर्वांचल के संपादक रविन्द्र दुबे, तेजस्वी दुनिया के संपादक महेश शर्मा, दीपक उपाध्याय, डॉ. एस.एम.एच.रिज्वी, कोंकण बैंक (गोवंडी शाखा) के निदेशक अल्ताफ काजी, पूर्वांचल प्रेस क्लब के अध्यक्ष व पत्रकार हरीश सिंह, केंद्रीय मात्स्यिकी शिक्षा संस्थान के उप निदेशक(राजभाषा) डॉ. राजेश्वर उनियाल, निरंकुश कलम के संपादक जाफर शेख, शोध शक्ति के संपादक पवन तिवारी, ज्ञानपुंज के संपादक एस.एन. यादव, समरस चेतना के संपादक रवि यादव, लहरी मियां, आदि को भी राज्यमंत्री नसीम खान तथा विधायक कृपाशंकर सिंह ने पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र मिश्र, विजय सिंह कौशिक, विनोद यादव, संजय सिंह ठाकुर, आदित्य दुबे, राकेश दुबे, प्रो. रत्ना झा, डॉ. जे.पी.बघेल, डॉ. बनमाली चतुर्वेदी, डॉ. सत्यदेव त्रिपाठी, धर्मेंद्र पांडेय, दिनेश भारद्वाज, विशाल सिंह, संगठन भारत के संपादक राजकिशोर तिवारी, आदि सहित मीडिया व साहित्य क्षेत्र के सैकड़ों लोग मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन पत्रकारिता कोश के सहायक संपादक राजेश विक्रांत व आभार प्रदर्शन अखिलेश मिश्र ने किया।