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____________________________________पत्रकारिता के जनसरोकार

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पत्रकारिता को बेहतर बनाने में डिजिटल साधनों का बेहतर इस्तेमाल सीखें

आईसीएफजे आयोजित कर रहा 20 और 21 जून को कार्यशाला, आवेदन की अंतिम तारीख 22 मई, 2016

पटना। इंटरनेशनल सेंटर फॉर जर्नलिस्ट्स (आईसीएफजे) पूर्वी भारत में रहने वाले पत्रकारों और पत्रकारिता छात्रों के लिए ट्रेनिंग वर्कशॉप यानी प्रशिक्षण कार्यशालाओं का आयोजन कर रहा है। इनके लिए अमेरिकी वाणिज्य दूतावास, कोलकाता और अमेरिकी विदेश विभाग से सहयोग प्राप्त होगा। पटना में इस कार्यशाला की मेजबानी सेंट ज़ेवियर कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलोजी करेगा। यह कार्यशाला 20 और 21 जून को आयोजित होगी।

पटना (बिहार) और कोलकाता (प. बंगाल) में अंग्रेजी या हिंदीभाषी मीडिया संस्थानों में काम कर रहे मिड-करियर (मध्यम अवधि के अनुभवी) पत्रकारों और पत्रकारिता छात्रों से इन दो दिवसीय कार्यशालाओं के लिए आवेदन आमंत्रित किए जाते हैं। पटना और कोलकाता में होने वाली इन कार्यशालाओं में पत्रकारिता के मानदण्डों, आचार नीति और नागरिक पत्रकारिता (सिटीजन जर्नलिज़्म) जैसे विषयों को कवर किया जाएगा। इस कार्यक्रम के दौरान अमेरिकी विशेषज्ञों का एक पैनल 120 पत्रकारों और पत्रकारिता छात्रों को इस बात के लिए प्रशिक्षित करेगा कि लोक सेवा से संबंधित रिपोर्टिंग को बेहतर बनाने के लिए डिजिटल साधनों का कैसे इस्तेमाल किया जाए।

प्रतिभागियों को जनता से जुड़े किसी ऐसे मुद्दों पर प्रकाश डालने के लिए कहा जाएगा जिसे वे ज्यादा असरदार ढंग से कवर करना चाहते हैं। कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागी इन स्टोरी आइडियाज़ को नमूनों के रूप में इस्तेमाल करेंगे। प्रशिक्षण सत्र समाप्त होने के बाद प्रतिभागियों को इन स्टोरीज़ पर रिपोर्टिंग जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। कार्यशालाओं के दौरान पत्रकार रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट्स पर प्रशिक्षकों के साथ काम करेंगे जिनमें डिजिटल और नागरिक पत्रकारिता, दोनों का अभ्यास शामिल होगा।

कोलकाता और पटना में होने वाली कार्यशालाओं में आवेदकों का बिहार या बंगाल का निवासी होना जरूरी है। आवेदकों को चाहिए कि वे जनहित से जुड़ी रिपोर्टिंग में अपना अनुभव दर्शाएं। प्रकाशन (प्रिंट), प्रसारण (ब्रॉडकास्ट) या ऑनलाइन मीडिया में काम कर रहे पत्रकारों, संपादकों और प्रोड्युसरों का आवेदन के लिए स्वागत है। पूर्व में अपने समाचार प्रकाशित करवा चुके स्वतंत्र पत्रकार भी आवेदन कर सकते हैं।

दो-दो दिन की कार्यशालाएं खत्म होने के बाद अमेरिकी प्रशिक्षक पत्रकारिता शिक्षा के बेहतरीन तौर-तरीकों पर गहन विचार-विमर्श के लिए दोनों शहरों में यूनिवर्सिटी फैकल्टी से मुलाकात करेंगे और अपनी सिफोरिशों के क्रियान्वयन के लिए एक कार्ययोजना तैयार करेंगे।

विचार-विमर्श के लिए होने वाली इन मुलाकातों के तुरंत बाद अमेरिकी विशेषज्ञ कोलकाता और पटना के यूनिवर्सिटी पार्टनर्स के साथ 4 सप्ताह के ऑनलाइन परामर्श देते हुए अपना काम जारी रखेंगे। वे फैकल्टी के साथ मिल कर ऐसी प्रशिक्षण सामग्री का निर्माण और प्रकाशन करेंगे जिसका पत्रकारिता पाठ्यक्रमों में समावेश किया जा सके और जिसके जरिये कामकाजी पत्रकारों को शिक्षा दी जा सके।

इस महीने भर के परामर्श के बाद आईसीएफजे एक ऑनलाइन सत्र के जरिये अमेरिकी विशेषज्ञों, लोकल डिजिटल पत्रकारों और पत्रकारिता विषय के प्रोफेसरों को एक साथ लाएगा ताकि कोलकाता और पटना में पत्रकारिता शिक्षा को मजबूत बनाने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए सिफारिशों को अंतिम रूप दिया जा सके।

इस प्रोग्राम का ध्येय अमेरिकी और भारतीय पत्रकारों के बीच अटूट गठजोड़ स्थापित करना और भारत में जनहित से जुड़ी रिपोर्टिंग को मजबूती प्रदान करना है।

आवेदन के लिए अंतिम तारीख 22 मई की गई है। आवेदन के लिए यहां क्लिक कीजिए

 

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सम्पादक

डॉ. लीना