पत्रकारों के लिए क्रांतिकारी कदम साबित होगी डिजिटल मीडिया डायरेक्ट्री
लखनऊ। “जर्नलिस्ट, मीडिया एंड राइटर्स फ़ोरम” की ओर से ज़ियामाऊ स्थित विश्व संवाद केंद्र भवन में एक महत्वपूर्ण कार्यकारिणी बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में फ़ोरम द्वारा संचालित राष्ट्रीय समाचार एवं फ़ीचर अभिकरण “विज़न इंडिया न्यूज़ नेटवर्क” की प्रथम वर्षगाँठ के अवसर पर नेटवर्क के संपादकीय/प्रशासनिक कार्यों के एक वर्ष का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया गया. साथ ही नेटवर्क और फ़ोरम के कार्यों की समीक्षा और विश्लेषण भी किया गया.
इस अवसर पर “जर्नलिस्ट, मीडिया एंड राइटर्स फ़ोरम” के पदाधिकारियों और कार्यकारिणी सदस्यों ने भविष्य में फ़ोरम और नेटवर्क की ओर से संचालित और आयोजित होने वाले वर्ष भर के प्रमुख अभियानों, आयोजनों, कार्यक्रमों, विशेष प्रकाशनों से सम्बंधित प्रस्ताव प्रस्तुत किये गए. “जर्नलिस्ट, मीडिया एंड राइटर्स फ़ोरम” के राष्ट्रीय महासचिव श्री अतुल मोहन सिंह की ओर से पत्रकारों की शारीरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य हेतु केंद्र तथा प्रदेशों की सरकारों से “जर्नलिस्ट प्रोटेक्शन एक्ट”, उनकी आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा और गरिमापूर्ण जीवन प्राप्त हो इसके लिए “जर्नलिस्ट कमीशन” बनाये जाने, पत्रकारों के उचित मानदेय को लेकर बनाये गए मजीठिया कमीशन की शिफारिशें लागू करवाने, वैश्विक स्तर पर सूचना, संवाद और परस्पर आपसी समन्वय स्थापित करने के उद्देश्य से “इंटरनेशनल मीडिया फ़ोरम” गठित करने, महिला पत्रकारों के लिए पृथक रूप से “ इंटरनेशनल महिला मीडिया फ़ोरम” गठित करने, पत्रकारों के लिए ड्रेस कोड व वाहन हेतु विशेष बत्ती निर्धारित किये जाने, फ़ोरम की ओर से पिछले एक वर्ष से प्रकाशित हो रही ‘प्रगति’ मासिक पत्रिका का मार्च अंक “सशक्त नारी : श्रेष्ठ राष्ट्र” विशेषांक प्रकाशित किये जाने, ‘युवाओं को तेजस्वी, ओजस्वी और यशश्वी बनाने के लिए एक रचनात्मक मुहिम’ के तौर पर संचालित “सृजनात्मक लेखन में मेधा संवर्धन कार्यशाला” को सफ़ल बनाने, वहीं पत्रकारिता, मीडिया और लेखन विधा से सम्बद्ध सामाजिक क्षेत्रों में कार्यरत सभी व्यक्तियों और सस्थाओं का डाटाबैंक तैयार करने के उद्देश्य से प्रिंट और डिजिटल मीडिया डायरेक्ट्री बनाये जाने, प्रत्येक वर्ष के मार्च महीने में “मीडिया महाकुम्भ” का आयोजन करने सहित श्री ओमशंकर पाण्डेय को उत्तर प्रदेश इकाई गठित करने के लिए प्रदेश संयोजक नियुक्त करने जैसे प्रस्ताव कार्यकारिणी के समक्ष प्रस्तुत किये गये.
इन सभी पर कार्यकारिणी के सभी सदस्यों में व्यापक चिंतन-मनन और कुछ आंशिक सुधारों के साथ सभी प्रस्तावों पर एक आम राय कायम हुई. कार्यकारिणी के समर्थन के उपरान्त “जर्नलिस्ट, मीडिया एंड राइटर्स फ़ोरम” के अध्यक्ष श्री अनुपम पाण्डेय द्वारा उक्त प्रस्तावों को कार्ययोजना हेतु अग्रेषित किये जाने का निर्णय लिया गया. उक्त बैठक में “जर्नलिस्ट, मीडिया एंड राइटर्स फ़ोरम” के समस्त पदाधिकारी, कार्यकारिणी/प्रबन्धकारिणी के सभी सदस्य, फ़ोरम द्वारा संचालित और प्रकाशित सभी प्रकल्पों, उप समितियों, अनुषांगिक प्रकोष्ठों, कार्यक्रमों एवं अभियानों के शीर्ष प्रतिनिधियों द्वारा अपनी सहभागिता सुनिश्चित की गयी.
इस अवसर पर विश्व संवाद केंद्र के सचिव और लखनऊ जनसंचार एवं पत्रकारिता संस्थान के निदेशक श्री अशोक कुमार सिन्हा ने अपने संबोधन में फ़ोरम के प्रस्तावों पर सहमती जताते हुए कहा कि, “उक्त पहल पत्रकारिता जगत में क्रांतिकारी परिणाम लाएगी. फ़ोरम के प्रयासों को जन स्वीकार्यता मिलनी चाहिए ताकि पत्रकारिता और पत्रकारों की बेहतरी की दिशा में सफ़ल प्रयास किया जा सके. आपसी समन्वय और संवाद से विकास ही हर समस्या का समाधान संभव है.” विज़न इंडिया न्यूज़ नेटवर्क की प्रशासनिक निदेशिका कु.वैदिका गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि, “हम इस फ़ोरम और नेटवर्क के सहारे समानांतर सूचना तंत्र विकसित करना चाहते हैं. जिससे एक बेहतर नागरिक निगरानी तंत्र विकसित हो सकेगा जो समाज तथा राष्ट्र को समावेशी प्रगति के शिखर पर ले जाने में सहायक होगा.” हमराह के अध्यक्ष श्री अजीत सिंह ने कहा कि, “मीडिया आतंकवाद में प्रभावी रोक लगनी चाहिए, ताकि तीसरी दुनिया के देशों में सामानांतर सूचना तंत्र विकसित हो सके.” विज़न इंडिया न्यूज़ नेटवर्क के ब्रांड अम्बेसडर श्री अजीत कुमार कुशवाहा ने इस अवसर पर कहा कि, “हम सबको एकजुट होकर आने वाली पत्रकार पीढ़ी के लिए प्रयास करना होगा ताकि हम एक सफ़ल राष्ट्र की परिकल्पना साकार कर सकें.” “जर्नलिस्ट, मीडिया एंड राइटर्स फ़ोरम” की उत्तर प्रदेश इकाई के संयोजक श्री ओमशंकर पाण्डेय ने कहा कि, “फ़ोरम ने पत्रकारिता की नई प्रतिभावान पीढ़ी को वर्तमान चुनौतियों से उबरने का एक कारगर विकल्प निर्मित करने का प्रयास किया है इसमें सभी को अपने हिस्से का योगदान करना चाहिए.” डिजिटल मीडिया डायरेक्टरी अभियान की प्रमुख कु. अर्पिता मौर्या ने कहा कि, “फ़ोरम की इस मीडिया डायरेक्ट्री से जनसंचार विधा को गति मिलेगी और पत्रकारों को सूचना हस्तांतरण में भी आसानी हो सकेगी.” डॉ. राजेश शुक्ला ने प्रशासनिक कमियों की ओर इशारा करते हुए कहा कि, “सरकार को मान्यता और गैर मान्यता के मध्य की गैर बराबरी और वर्गीकरण को ख़त्म कर दिया जाना चाहिए. ताकि अधिसंख्य पत्रकारों को एकसमान सुविधाएं और सहूलियतें प्राप्त हो सकें. सरकार अपने सभी विभागों के प्रमुख सचिवों को निर्देशित करे कि वह अपने विभाग और पत्रकारों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने के लिए नियमित ब्रीफिंग का दिवस निर्धारित करें ताकि दोतरफ़ा संवाद स्थापित किया जा सके.”