नयी दिल्ली/ पटना। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, पटना समेत देश के कई जगहों पर विभिन्न पत्रकार संगठनों ने पत्रकार गौरी लंकेश की निर्मम हत्या की तीखी भर्त्सना की और कर्नाटक सरकार से इस मामले की जांच में तेजी लाये जाने की मांग की।
दिल्ली में काफी संख्या में पत्रकार यहां प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में धरने के लिए एकत्र हुए और गौरी की कायरतापूर्ण हत्या की निंदा की। इस मौके पर एक प्रस्ताव भी पारित किया गया। प्रस्ताव में कहा गया, “ अपनी मुखर अभिव्यक्ति के लिए जानी जाने वाली और भारतीय संविधान के प्रति दृढ़ विश्वासी महिला पत्रकार की हत्या से समूची पत्रकार बिरादरी स्तब्ध है।”
प्रस्ताव में कर्नाटक सरकार से गौरी के हत्यारों को शीघ्र गिरफ्तार किये जाने की अपील की गयी।
पत्रकारों ने मीडिया बिरादरी को एक दूसरे के साथ मिलकर खड़े होने का आह्वान किया और कहा कि गौरी की शहादत व्यर्थ नहीं जाने दी जायेगी।
इंडियन वूमेंस प्रेस क्लब, प्रेस क्लब ऑफ इंडिया, प्रेस एसोसिएशन, एडीटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया और अन्य संगठनों की पेश संयुक्त प्रस्ताव में बताया गया कि कर्नाटक सरकार ने हत्या के मामले की जांच के लिए एक समिति गठित की है। प्रस्ताव में हत्यारों की गिरफ्तारी को लेकर कर्नाटक सरकार से सभी प्रयास किये जाने की अपील की गयी।
धरने को संबोधित करने वाले वरिष्ठ पत्रकारों में एच के दुआ, मृणाल पांडेय, सिद्धार्थ वरदराजन, रवीश कुमार, बरखा दत, आशुतोष और राजदीप सरदेसाई शामिल थे।
बहुत सी युवा महिला पत्रकार पोस्टर लिए हुए थी, जिन पर “ आई एम गौरी” “ आइडिया आर बुलेट प्रूफ ” जैसे स्लोगन लिखे थे। धरने को वाम नेताओं सीताराम येचुरी और डी राजा ने भी संबोधित किया।
श्री येचुरी ने कहा, “ सबको मिलकर आगे आना चाहिए तथा अभिव्यक्ति की आजादी को रोकने जैसे माहौल को समाप्त करने के लिए संयुक्त रूप से विरोध करना चाहिए।
“श्री राजा ने कहा, “ यह उन फासीवादी बलों का कुटिल और भयावह स्वरुप है , जो सरकार एवं सिस्टम के खिलाफ आवाज उठाने वालों को खामोश करने का प्रयास कर रहा है।