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माखनलाल चतुर्वेदी स्मृति व्याख्यान में नरेन्द्र कोहली का उद्बोधन

पत्रकारिता विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित पं. माखनलाल चतुर्वेदी स्मृति व्याख्यान  कल 4 अप्रैल 2014 को प्रातः 11 बजे रवीन्द्र भवन में

भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय द्वारा प्रतिवर्ष 4 अप्रैल को आयोजित किये जाने वाले माखनलाल चतुर्वेदी स्मृति व्याख्यान में इस वर्ष प्रख्यात उपन्यासकार श्री नरेन्द्र कोहली उद्बोधन देंगे। विश्वविद्यालय पं. माखनलाल चतुर्वेदी जी के जन्म दिवस के शुभ अवसर पर प्रतिवर्ष एक स्मारक व्याख्यान आयोजित करता है। इस वर्ष शुक्रवार, 4 अप्रैल 2014 को प्रातः 11.00 बजे रवीन्द्र भवन में स्मृति व्याख्यान का आयोजन किया गया है। मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित श्री नरेन्द्र कोहली "अर्वाचीन संदर्भों में वर्तमान चुनौतियों का समाधान" विषय पर व्याख्यान देंगे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ आई.ए.एस. अधिकारी श्री मनोज श्रीवास्तव होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बृज किशोर कुठियाला करेंगे।

स्मृति व्याख्यान हेतु आमंत्रित श्री नरेन्द्र कोहली देश के प्रख्यात उपन्यासकार हैं। उपन्यासकार के अतिरिक्त श्री कोहली की पहचान कहानीकार, नाटककार, निबंधकार तथा व्यंग्यकार के रूप में है। श्री कोहली 'महासमर', 'कारा तोड़ो कारा','अभ्युदय', 'अभिज्ञान', जैसे चर्चित उपन्यासों के लेखक हैं। जहाँ उन्होंने रामकथा को लेकर 1800 पृष्ठों का वृहद उपन्यास लिखा है वहीं कृष्ण कथा को लेकर 'अभिज्ञान' लिखा है। उन्होंने महाभारत की कथा के आधार पर 'महासमर' और स्वामी विवेकानंद की जीवनकथा से प्रेरित उपन्यास 'कारा तोड़ो कारा' की रचना की है। देश की विभिन्न भाषाओं में प्रकाशित श्रेष्ठ साहित्य का उन्होंने हिन्दी में अनुवाद भी किया है। देश-विदेश के प्रतिष्ठित साहित्यिक सम्मानों से श्री नरेन्द्र कोहली को नवाज़ा गया है।

पत्रकारिता विश्वविद्यालय प्रतिवर्ष 4 अप्रैल को माखनलाल चतुर्वेदी स्मृति व्याख्यान के अंतर्गत देश के लब्ध प्रतिष्ठित व्यक्तित्व में से किसी एक का विषय विशेष पर केन्द्रित व्याख्यान आयोजित करता है। पूर्व के वर्षों में इस श्रंखला के अन्तर्गत सर्वश्री प्रभाकर माचवे,  लक्ष्मीमल्ल सिंघवी, विद्यानिवास मिश्र, जयंत विष्णु नार्लीकर, प्रो.यशपाल,  नामवर सिंह, श्यामाचरण दुबे,  केदारनाथ सिंह,  ले.जनरल एस.के.सिन्हा एवं आदरणीय गौरापंत शिवानी जी इस व्याख्यानमाला में मुख्य वक्ता के रूप में पधार चुके हैं। पिछले वर्ष इस व्याख्यानमाला के अन्तर्गत पत्रकारिता के माध्यम से भारतीय भाषाओं में अंतरसंवाद विषय पर डा. बालशौरि रेड्डी का व्याख्यान आयोजित किया गया था, जो अहिन्दी भाषी क्षेत्रों में हिन्दी के उत्थान के लिए कार्यरत बिरले व्यक्तियों में हैं।

(पवित्र श्रीवास्तव, निदेशक, जनसंपर्क प्रकोष्ठ द्वारा जारी विज्ञप्ति)

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सम्पादक

डॉ. लीना