नोएडा/ जनता और शासन के बीच अगर कोई सेतु है, तो वह पत्रकार है। पत्रकार की आवश्यकता समाज को भी है और सरकार को भी। इसकी महत्ता कभी खत्म नहीं होगी क्योंकि समाज का विश्वास ही पत्रकार हैं। पत्रकार को कभी अपने मूल्यों से समझौता नहीं करना चाहिए, पत्रकारिता बगैर जज्बे के संभव नहीं है। यह कोई नौकरी नहीं बल्कि एक जुनून है। आज भले ही रेवेन्यू की महत्ता पत्रकारिता के लिए बढ़ गई है फिर भी टीवी में सेंसेशनल न्यूज की प्राथमिकता लागातार बनी हुई है। उक्त बातें वरिष्ट टीवी पत्रकार अजय कुमार ने माखनलाल चतुर्वेदी राष्टीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, नोएडा परिसर के वार्षिक सांस्कृतिक एवं खेलकूद कार्यक्रम ‘प्रतिभा 2018‘ के समापन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कही।
‘वर्तमान परिवेश में टीवी पत्रकारिता की विश्वसनीयता‘ विषय पर बोलते हुए अजय कुमार ने कहा कि पत्रकारिता में संतुलन की आवश्यकता है। नैतिकता के आड़े आकर मीडिया संगठन अपनी विचारधारा को स्पष्ट नहीं कर पाते हैं। जिससे दर्शक दिगभ्रमित होकर निराश हो जाता है। आज जरूरत है पत्रकार को अपने पत्रकारीय धर्म को समझने और निभाने की।
नौकरी नहीं जुनून है अपराध पत्रकारिता- शम्स ताहिर खान
वरिष्ठ अपराध पत्रकार शम्स ताहिर खान ने ‘अपराध पत्रकारिता‘ विषय पर बोलते हुए कहा कि पत्रकारिता की वास्तविकता अपराध पत्रकारिता में सदैव मौजूद होती है। डराने धमकाने के स्थान पर शालीनता से की गयी एंकरिंग की आज टीवी में सख्त जरूरत हैं। पत्रकारिता में खबर की अच्छी समझ और अच्छे लिखने पर विशेष ध्यान देना चाहिए। अपराध पत्रकारिता नौकरी नहीं बल्कि एक जुनून है। इसमें आने वाले पत्रकारों को सदैव नवीन चुनौतियों के लिए सजग रहना चाहिए।
समापन सत्र के दौरान अंतिम दिन एकल अभिनय एकल नृत्य प्रतियोगिताओं का भी आयोजन हुआ। छह दिन चले इस प्रतिभा उत्सव में विभिन्न प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। इस मौके पर अतिथियों ने सभी प्रतियोगिताओं के परिणाम भी घोषित किये। इस अवसर पर प्रोफेसर बीएस निगम, रजनी नागपाल, मीता उज्जैन, सूर्य प्रकाश, लाल बहादुर ओझा, डाॅ सौरभ मालवीय, राकेश योगी मौजूद रहे।