भारतीय प्रसारण दिवस पर आकाशवाणी ने आज “नये भारत की रचना और प्रसारण माध्यम” विषय पर संगोष्ठी आयोजित की
नई दिल्ली/ आज भारतीय प्रसारण दिवस है। इस दिन इंडियन ब्रॉडकास्टिंग कम्पनी ने भारत में रेडियो प्रसारण की शुरूआत बम्बई से की थी। इस अवसर पर आकाशवाणी ने आज नई दिल्ली में एक संगोष्ठी “नये भारत की रचना और प्रसारण माध्यम” विषय पर आयोजित की। सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने गोष्ठी में कहा कि प्रसार भारती जनरूचि की खबरों को देशभर में पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि आकाशवाणी से समाचार प्रसारण पक्षपात रहित, संतुलित और उचित ढंग से किया जाता है। श्री राठौड़ ने कहा कि सरकार प्रसार भारती की स्वायतत्ता के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि प्रसार भारती के लिए सार्वजनिक सेवा ही प्राथमिकता है। श्री राठौड़ ने बताया कि शॉर्टवेव और मीडियम वेव ट्रांसमीटरों के स्थान पर देशभर में एफ एम प्रसारण करने के प्रयास किये जा रहे हैं।
जहां मीडियम वेब और शॉर्ट वेब है वहां पर अब एफ एम लाने की कोशिश की जा रही है। ट्रांसमिशन बेहतर होता है। सुनने में ज्यादा अच्छा लगता है और हर तरह से सुन सकते है उसको आप मोबाइल फोन से सुन सकते है, कार के स्टिरीयों में सुन सकते है। तो प्रसार भारती की अब यह कोशि श है कि पूरे के पूरे देश के अंदर आने वाले समय में एफ एम ब्राडकॉस्ट हो और उसकी प्रक्रिया शुरू हो। इस अवसर पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ), प्रसार भारती, श्री जवाहर सरकार और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि सरकार सामुदायिक रेडियो को प्रोत्साहित और मजबूत करने की दिशा में कदम उठा रही है। इस अवसर पर प्रसार भारती के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर सरकार ने कहा कि आकाशवाणी ने आवाज के लोकतांत्रीकरण और देशवासियों के बीच भावनात्मक एकता मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि रेडियो संचार व्यवस्था का लगातार प्रभावशाली माध्यम बना हुआ है।