Menu

 मीडियामोरचा

____________________________________पत्रकारिता के जनसरोकार

Print Friendly and PDF

स्वच्छ रहना हमारे दैनिक क्रियाकलाप का हिस्सा: मयंक अग्रवाल

विभिन्न मीडिया ईकाइयों द्वारा मनाए गए स्वच्छता पखवाड़ा का समारोहपूर्वक समापन, स्वच्छता शपथ, स्वच्छता रैली और नुक्कड़ नाटक का हुआ आयोजन 

पटना/ सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के कर्पूरी ठाकुर सदन, आशियाना-दीघा रोड, पटना स्थित विभिन्न कार्यालयों पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी), क्षेत्रीय प्रचार निदेशालय (डीएफपी), विज्ञापन एवं दृश्य प्रचार निदेशालय (डीएवीपी) तथा गीत एवं नाटक प्रभाग द्वारा 15-31 जनवरी, 2018 तक मनाए गए “स्वच्छता पखवाड़ा” का आज समारोहपूर्वक समापन किया गया। इस अवसर पर पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी), पटना एवं क्षेत्रीय आउटरिच ब्यूरो (आरओबी) के अपर महानिदेशक मयंक कुमार अग्रवाल द्वारा “स्वच्छता शपथ” दिलाई गई जिसमें कर्पूरी सदन स्थित विभिन्न केंद्रीय कार्यालयों के बड़ी संख्या में अधिकारी और कर्मचारी सम्मिलित हुए। इसके अलावा इस अवसर पर गीत एवं नाटक प्रभाग, पटना द्वारा स्वच्छता पर आधारित एक विशेष नुक्कड़ नाटक “करो सफाई, होगी भलाई” की प्रस्तुति की गई। इसके बाद कर्पूरी सदन से चंद्रविहार कॉलोनी, राजीवनगर तक स्वच्छता जागरूकता रैली निकालकर कर लोगों के बीच स्वच्छता का संदेश दिया गया। स्वच्छता पखवाड़ा के समापन समारोह के इस अवसर पर पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी), पटना के निदेशक, दिनेश कुमार; सहायक निदेशक संजय कुमार, पत्र सूचना कार्यालय, पटना के अन्य अधिकारियों में पवन कुमार सिन्हा एवं भुवन कुमार तथा डीएवीपी, डीएफपी और गीत एवं नाटक प्रभाग के कर्मचारियों के साथ-साथ कर्पूरी सदन स्थित विभिन्न केंद्रीय कार्यालयों केंद्रीय लोकनिर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी), ऋण शोधन प्राधिकरण, सशस्त्र सीमा बल, स्वापक नियंत्रक ब्यूरो, पेट्रोलियम एवं एक्सप्लोसिव सेफ्टी संगठन (पेसो), नवोदय विद्यालय समिति, कल्याण आयुक्त कार्यालय (श्रम एवं रोजगार मंत्रालय), अनुसुचित जाति राष्ट्रीय आयोज के राज्य कार्यालय, चावल विकास निदेशालय, विकास आयुक्त कार्यालय (वस्त्र मंत्रालय) क्षेत्रीय कार्यालय (एनएसएस) समेत केंद्र सरकार के अन्य कार्यालयों के अधिकारी व कर्मचारीगण भी शामिल हुए।
 
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) एवं क्षेत्रीय आउटरिच ब्यूरो (आरओबी), पटना के अपर महानिदेशक मयंक कुमार अग्रवाल ने कहा कि स्वच्छता किसी दिवस या पखवाड़े तक सीमित नहीं होना चाहिए। स्वच्छ रहना हमारे दैनिक क्रियाकलाप का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि इसके प्रति समर्पित भाव से काम होना चाहिए। श्री अग्रवाल ने कहा कि आने वाले दिनों में कर्पूरी ठाकुर सदन के सभी कार्यालयों द्वारा सामूहिक तौर पर स्वच्छता को लेकर एक कार्यक्रम बनाया जाएगा तथा इसे यहां के विभिन्न कार्यालयों में लागू किया जाएगा ताकि यह केंद्रीय कार्यालय परिसर स्वच्छता के नए पैमाने को हासिल कर सके। 
 
इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी), पटना के निदेशक ने कहा कि स्वच्छता को ड्यूटी के तरह नहीं निभाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोगों को केवल खुद ही स्वच्छ नहीं रहने का प्रयास करना चाहिए बल्कि अपने आसपास के रहने वाले लोगों को भी इस हेतु प्रेरित करना चाहिए। 
 
गौरतलब है कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के कर्पूरी ठाकुर सदन, पटना स्थित विभिन्न मीडिया ईकाइयों पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी), क्षेत्रीय प्रचार निदेशालय (डीएफपी), विज्ञापन एवं दृश्य प्रचार निदेशालय (डीएवीपी) तथा गीत एवं नाटक प्रभाग द्वारा सम्मिलित रूप से दिनांक 15-31 जनवरी, 2018 तक मनाए गए स्वच्छता पखवाड़ा के दौरान जागरूकता कार्यक्रम, स्वच्छता पर प्रदर्शनी, नुक्कड़ नाटक, फिल्म शो, चित्रांकन एवं खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसके अतिरिक्त स्वच्छता पखवाड़ा के दौरान सभी कार्यालयों ने अपने-अपने कार्यालय के अंदर और बाहरी परिसर में विशेष स्वच्छता अभियान चलाया। (PIB, Patna)

Go Back

Comment

नवीनतम ---

View older posts »

पत्रिकाएँ--

175;250;e3113b18b05a1fcb91e81e1ded090b93f24b6abe175;250;cb150097774dfc51c84ab58ee179d7f15df4c524175;250;a6c926dbf8b18aa0e044d0470600e721879f830e175;250;13a1eb9e9492d0c85ecaa22a533a017b03a811f7175;250;2d0bd5e702ba5fbd6cf93c3bb31af4496b739c98175;250;5524ae0861b21601695565e291fc9a46a5aa01a6175;250;3f5d4c2c26b49398cdc34f19140db988cef92c8b175;250;53d28ccf11a5f2258dec2770c24682261b39a58a175;250;d01a50798db92480eb660ab52fc97aeff55267d1175;250;e3ef6eb4ddc24e5736d235ecbd68e454b88d5835175;250;cff38901a92ab320d4e4d127646582daa6fece06175;250;25130fee77cc6a7d68ab2492a99ed430fdff47b0175;250;7e84be03d3977911d181e8b790a80e12e21ad58a175;250;c1ebe705c563d9355a96600af90f2e1cfdf6376b175;250;911552ca3470227404da93505e63ae3c95dd56dc175;250;752583747c426bd51be54809f98c69c3528f1038175;250;ed9c8dbad8ad7c9fe8d008636b633855ff50ea2c175;250;969799be449e2055f65c603896fb29f738656784175;250;1447481c47e48a70f350800c31fe70afa2064f36175;250;8f97282f7496d06983b1c3d7797207a8ccdd8b32175;250;3c7d93bd3e7e8cda784687a58432fadb638ea913175;250;0e451815591ddc160d4393274b2230309d15a30d175;250;ff955d24bb4dbc41f6dd219dff216082120fe5f0175;250;028e71a59fee3b0ded62867ae56ab899c41bd974

पुरालेख--

सम्पादक

डॉ. लीना