पत्रकारिता जगत में शोक की लहर
पटना/ हिंदी दैनिक ‘अमृतवर्षा’ के संस्थापक संपादक पारसनाथ तिवारी का गुरूवार की रात नई दिल्ली में आकस्मिक निधन हो गया। वे बिहार की मीडिया में ‘आयरन मैन’ के नाम से जाने जाते थे. ‘अमृतवर्षा’ पटना, धनबाद, नई दिल्ली से प्रकाशित होती है. उनके निधन की खबर मिलते ही पत्रकारिता जगत में शोक की लहर दौड़ गई। सोशल मीडिया पर भी शोक व्यक्त करने वालों की बाढ़ आ गई।
पारसनाथ तिवारी ने कई वर्षों पूर्व नई दिल्ली से अमृतवर्षा का प्रकाषन आरंभ किया था और वे नई दिल्ली के लक्ष्मी नगर में रह रहे थे। वे मूल रूप से सीवान के रहने वाले थे। उन्होंने बोकारो में मजदूरों के हक के लिए लंबी लड़ाई भी लड़ी थी।
तिवारी के पुत्र व अमृतवर्षा के संयुक्त संपादक बनबिहारी तिवारी ने बताया कि वे गुरूवार की रात घर वापसी के क्रम में जंगपुरा मेट्रो स्टेशन आए थे। बाथरूम से बाहर आने के बाद उन्हें तेज पसीना आया। स्थानीय लोगों व पुलिस की मदद से उन्हें एम्स के ट्रामा सेंटर ले जाया गया। जहां डाॅक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। श्री बनबिहारी ने बताया कि स्व. पारसनाथ तिवारी के शव को पटना लाया जा रहा है। कल शनिवार को उनकी अंत्येष्टि दीघा घाट पर होगी।
शोक व्यक्त करने वालों में पूर्व मंत्री नरेन्द्र सिंह, पूर्व सांसद जगदीश शर्मा, पूर्व विधायक राहुल शर्मा, भाजपा के केन्द्रीय मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे, केन्द्रीय मंत्री गिरीराज सिंह, केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान, सांसद पप्पू यादव, राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह, राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री शंकर चरण त्रिपाठी, प्रवक्ता चितरंजन गगन, शिवानंद तिवारी के अलावा पत्रकारिता जगत के वरिष्ठ पत्रकार ज्ञानेष्वर वात्सायन, कृष्णकांत ओझा, अमित्रजीत, अमिताभ ओझा, आलोक नवीन, एसएन श्याम, प्रख्यात समाजसेवी एवं सुलभ इंटरनेषनल के संस्थापक बिन्देष्वर पाठक, माननीय विधायक मिथिलेष तिवारी, पूर्व विधायक विजय कुमार शुक्ला उर्फ मुन्ना शुक्ला, पूर्व केन्द्रीय मंत्री अखिलेष प्रसाद सिंह, कांग्रेस प्रवक्ता प्रेमचंद्र मिश्रा, विधायक विजय कुमार मिश्रा, पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ. जगन्नाथ मिश्रा ने भी शोक प्रकट किया।
मीडियामोरचा परिवार की ओर से स्व. पारसनाथ तिवारी को श्रधांजलि. .