रायपुर। मानवाधिकारों के लिए कार्यरत लोक स्वातंत्र्य संगठन ( पीयूसीएल ) और पत्रकार सुरक्षा कानून संयुक्त संघर्ष समिति की ओर से 'निर्भीक पत्रकारिता सम्मान-2016' दिये गए। इसके तहत ऐसे पत्रकारों को सम्मानित किया गया जिन्होंने छत्तीसगढ़ में सरकारी संरक्षण में जारी संसाधनों की कॉरपोरेट लूट और आदिवासी संहार की सच्चाई दुनिया के सामने लाने में तमाम जोखिम उठाये। पत्रिका के स्टेट ब्यूरो चीफ राजकुमार सोनी, पिछले दिनों छत्तीसगढ़ से निष्कासित की गईं पत्रकार मालिनी सुब्रह्मण्यम समेत 14 पत्रकारों को 26 जून को यहाँ आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित किया गया। पीयूसीएल की ओर दिया जाने वाला सम्मान इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह अब तक प्रसिद्ध पत्रकार आनंद स्वरूप वर्मा, कुलदीप नैयर, भारत डोगरा, प्रफुल्ल किदवई और पी साईनाथ को दिया जा चुका है।
राजधानी रायपुर के ग्रास मेमोरियल सभागार में प्रेस, जनता और राज्य विषय पर आयोजित नागरिक सम्मेलन में समकालीन तीसरी दुनिया के संपादक आनंद स्वरूप वर्मा, पीयूसीएल के प्रदेश अध्यक्ष लाखन सिंह, महासचिव और हाईकोर्ट की अधिवक्ता सुधा भारद्वाज, राजेन्द्र सायल, सामाजिक कार्यकर्ता आनंद मिश्रा, नंद कश्यप, जनकलाल ठाकुर, आदिवासी मामलों के जानकार अरविंद नेताम, छत्तीसगढ़ बचाओ आन्दोलन के आलोक शुक्ला, चितरंजन बख्शी ने प्रदान किया।
इस मौके पर पत्रकार आलोक पुतुल,मालिनी सुब्रमण्यम, सुभोजित बागची, प्रभात सिंह, पुष्पा, अनिल मिश्रा, क्रांति रावत, तामेश्वर, लिगा कोडपी, दिनेश सोनी,देवशरण तिवारी, नितिन सिन्हा, उत्तम कुमार को भी सम्मानित किया गया।
सभागार में आदिवासी नेत्री सोनी सोढ़ी, अधिवक्ता शालिनी गेरा, गोल्डी जार्ज, सामाजिक कार्यकर्ता डिग्री चौहान, ईशा खंडेलवाल, प्रिया शुक्ला, सुकमा के पूर्व जस्टिज प्रभाकर ग्वाल, पत्रकार सुरक्षा कानून संयुक्त समिति के संयोजक कमल शुक्ला, फिल्मकार अजय टीजी, इंडिया न्यूज के प्रदेश प्रमुख शेखर , सहित सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता, गणमान्य नागरिक व पत्रकार मौजूद थे।
सम्मानितों के नाम –
राजकुमार सोनी (रायपुर)
उत्तम कुमार (दुर्ग)
नितिन सिन्हा (रायगढ़)
देवशरण तिवारी (बस्तर)
पुष्पा उसेंडी (बीजापुर)
मालिनी सुब्रह्मण्यम (जगदलपुर)
दिनेश सोनी (रायपुर)
शोभजीत बागची (कोलकाता) बागची की अनुपस्थिति में वकील ईशा खंडेलवाल ने पुरस्कार ग्रहण किया।
अनिल मिश्र (रायपुर)
प्रभात सिंह (बस्तर ) प्रभात जेल से आज ही छूटे और सीधे कार्यक्रम में पहुँचे।
लिंगाराम कोडोपी (दंतेवाड़ा)
आलोक पुतुल (रायपुर)
तामेश्वर सिन्हा (रायपुर)
क्रांति रावत (उदयपुर, छत्तीसगढ़)