समझना आसान है, सरकार और भारतीय मीडिया को मुस्लिम विरोधी एजेंडा कितना रास आता है!
हेमनाथ मिश्रा। मरकज़ के अलावा और कितने चेन को सामने लाया गया? मरकज़ के अलावा ऐसे सैकड़ों केस सामने आये जहाँ एक साथ कइयों का रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आया। Zee News वाला ताज़ा-ताज़ा है। वो जल्दी ठीक हों ऐसी कामना है। लेकिन क्या सरकार और मीडिया अब डेली ये बताएगी की इनका चेन कहाँ तक है, कितने लोग इनसे संक्रमित हुए? कहाँ-कहाँ इनके रिपोर्टर्स ने रिपोर्टिंग की? क्या ये किसी साजिश के तहत हुआ है? क्या इसके सम्बन्ध दूसरे देशों से है? ज़ी के मालिक को कहाँ-कहाँ से फंडिंग होती है? क्या न्यूज़ चैनल्स अब हफ़्तों इस पर प्राइम टाइम चलाएंगे? क्या दिल्ली सरकार अब हमें रोज़ प्रेस कांफ्रेंस करके बताएगी की पिछले 24 घंटों में कुल मामलों में कितने ज़ी न्यूज़ से लिंक है?
अगर नहीं, तो फिर ये समझना कितना आसान हो जाता है कि सरकार और भारतीय मीडिया को मुस्लिम विरोधी एजेंडा कितना रास आता है।
(Zee News के 28 मीडियाकर्मी के कोरोना पोजिटिव होने की खबर है। )