जिला पुलिस अधीक्षक से की निष्पक्ष जाँच की मांग
नीमच। कांग्रेस नेता सत्यनारायण पाटीदार के अपहरण काण्ड का समाचार जस्ट नीमच पर समाचार प्रकाशित करने को लेकर जावद के पूर्व जनपद अध्यक्ष सत्यनारायण पाटीदार द्वारा राजनैतिक लाभ के उद्देश से जस्ट नीमच मोबाइल एप्लीकेशन एव बंसल न्यूज़ भोपाल के नीमच अधिमान्य सवांदाता कमलेश सारडा पर झूठा आरोप लगाकर नीमच सिटी थाने में पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया है।
इस मामले को लेकर नीमच जिले के सभी पत्रकार 9 मार्च दोपहर 1.30 बजे नीमच गांधी वाटिका में एकत्रित हुए और सामूहिक बैठक में सभी पत्रकारों ने पुलिस द्वारा प्रकरण दर्ज की निंदा करते हुए पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देने के निर्णय का प्रस्ताव पारित किया। बैठक के बाद सभी पत्रकार संघठित हो कर वाहन रैली की रूप में जिला पुलिस अधीक्षक कार्यलय पहुंचे जहा नीमच प्रेस क्लब के अध्यक्ष भूपेन्द्र गोड(बाबा) के नेतृत्व में जिला पुलिस अधीक्षक रुडोल्फ अल्वारिस को पुरे मामले से अवगत करवाया और अधिमान्यता प्राप्त पत्रकार श्री सारडा पर दर्ज प्रकरण के लिए पत्रकारों ने सामूहिक विरोध जताया और जिला पुलिस अधीक्षक श्री अल्वारिश को सामूहिक रूप से ज्ञापन सौंपा। पत्रकारों ने उल्लेख किया कि श्री सारडा पर दर्ज प्रकरण में पहले राजपत्रित अधिकारी स्तर पर जाँच की मांग की। ज्ञापन का वाचन भूपेन्द्र गोड बाबा ने किया। ज्ञापन लेने के बाद जिला पुलिस अधीक्षक श्री अल्वारिश ने पुरे मामले के निष्पक् पुलिस कार्यवाही का विश्वाश दिलवाया ज्ञापन में प्रेस क्लब नीमच के अध्यक्ष बाबा भूपेंद्र गोड वरिष्ठ पत्रकार प.मोतीलाल शर्मा, शुभाष ओझा, धर्मेन्द्र शर्मा, जय अहीर, विष्णु परिहार, मालवा श्रमजीवी पत्रकार संघ के जिला अध्यक्ष श्याम गुर्जर, मध्यप्रदेश संघ के जिला अध्यक्ष चन्द्रकान्त मेहता, मध्यप्रदेश वर्किंग पत्रकार संघ के जिला अध्यक्ष हिदायतउल्हा खान, पवन शर्मा, अर्जुन सिंह जायसवाल, मनीष बागड़ी, दीपक ख़ताबिया, राजेश लक्षकार, मुरली परमार, विष्णुमीणा, चंद्रप्रकाश मोमु लालवानी, प्रितेश सारडा, राजू नागदा, महेंद्र उपाध्य, संजय यादव, पंकज श्रीवास्तव, कपिल नागदा, विजिट महाडिक, अब्दुलगोरिक, हेमेन्द्र शर्मा, अभय भारद्वाज, सुनील भट्ट, राजेश भंडारी, सुरेश सन्नाटा, राकेश कोठारी, मनोज मीणा, ललित सिंह चुण्डावत, दिनेश नलवाया, मुश्ताक, पवनराव सीन्धे, ललित सांवलिया, विकास ओझा, दीपेश जोशी, मनोज प्रजापति एव समस्त पत्रकार संघ जावद सहित बड़ी संख्या में पत्रकार मौजूद थे।
ज्ञापन का उल्लेख करते हुए बताया कि पूरे मामले में राज्य शासन द्वारा अधिमान्य पत्रकार के लिए निर्देशोंका पालन भी नहीं किया गया राज्यशासन द्वारा अधिमान्य पत्रकारों के लिए सख्त निर्देश दिए गए ही की किसी भी अधिमान्य पत्रकार पर यदि को कार्यवाही होती हे तो उसमे सारा मामला डीआईजी के संज्ञान में लाना व् उनसे विभागी कार्यवाही की अनुमति लेना अनियवार हे जिसका पालन इस नही हुआ हे। सभी पत्रकारों ने संघठित होकर पत्रकार साथी कमलेश सारडा के खिलाफ किये गए जुठे मामले को तत्काल वापस लेने की मांग भी की हे और पत्रकारों ने आगे भी ऐसी राजनैतिक दुर्भावना पूण कार्यवाही नहीं हो इसका विरोध ध्यान में रखने का आग्रह भी किया गया है।