भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को गणेश शंकर विद्यार्थी प्रेस क्लब के प्रान्तीय अध्यक्ष संतोष गंगेले ने 10सूत्रीय ज्ञापन भेज कर मध्य प्रदेश के पत्रकारों की समस्याओं को तत्काल प्रदेश सरकार से हल कराने की माँग की है।
गणेश शंकर विद्यार्थी प्रेस क्लब के प्रान्तीय अध्यक्ष संतोष गंगेले ने बताया कि प्रदेश की सरकार को पत्र लिख कर पत्रकारों की समस्याओं को मंत्रीमंडल से पास कराते हुये तत्काल राज्य में लागू कराने हेतूके लिए ज्ञापन भेजा गया है। गणेश शंकर विद्यार्थी प्रेस क्लब के बैनर से मागें रखते हुये कहा कि प्रदेश के अंदर ग्रामीण, कस्बाई, या जिला स्तर के पत्रकारों को एक समान सम्मान का हक है, सरकार दोहरी नीति अपना कर पत्रकारों में हीन भावना पैदा कर रही है ।
गणेश शंकर विद्यार्थी प्रेस क्लब संस्था की प्रमुख मांगे इस प्रकार है-
मध्य प्रदेश शासन व्दारा पत्रकारिता के पुरौधा गणेश शंकर विद्यार्थी जी के नाम से नगर निगम, नगर पालिकाओं, नगर पंचायतों में एक वार्ड उनके नाम से घोषित किया जाये, विद्यार्थी जी की प्रतिमा एक स्थान पर अनावरण की जाये। मध्य प्रदेश सरकार मध्य प्रदेश के प्रत्येक जिला स्तर पर सूचना एव जन सम्पर्क विभाग के माध्यम से जिला स्तर पर पत्रकार भवन का सरकारी राशि पर निमार्ण कराये, इन भवनों का नाम गणेश शंकर विद्यार्थी पत्रकार भवन रखा जाये। मध्य प्रदेश के पत्रकारों को मुख्य मंत्री तीर्थ योजना की तहत पत्रकारों को पर्यटन एवं दर्शनीय स्थलों के भ्रमण एवं निरीक्षणों की सुविधाये जिला जन सम्पर्क कार्यालयों के माध्यम से ग्रामीण, कस्बाई,नगर एवं जिला स्तर के पत्रकारों की प्रदान कराई जाये। मध्य प्रदेशके अंदर जो अधिमान्यता नियम है उसे समाप्त किया जाये, सभी पत्रकारों को एक समान सुविधाए व अधिकार प्रदान किए जाये। अधिमान्य पत्रकारों की सूची होने के कारण पत्रकारिता में पक्षपात एवं हीन भावना को स्थान मिल रहा है । मध्य प्रदेश शासन मध्य प्रदेशके अंदर छोटे समाचार पत्र /पत्रिकायें प्रकाशित है, दैनिक/साप्ताहिक/मासिक उन्हें विज्ञापन नीति का लाभ दिया जाये, सरकार व्दारा कम से कम एक सरकारी विज्ञापन मासिक दिया जाये, साथ ही स्थानीय समाचार पत्रों में ही जिला/जनपद क्षेत्र के सरकारी विज्ञापन विज्ञप्ति प्रकाषन की स्वीकृति दी जाये । जिससे समाचार पत्रों के संपादक अपना समाचार पत्र नियमित एवं सही ढंग से प्रकाशित कर सके। मध्य प्रदेश के प्रत्येक जिला जन सम्र्पक विभाग में पंजीकृत पत्रकार की प्रदेशस्तर पर एक स्मारिका का प्रकाशन प्रति वर्ष कराऐ जिसमें पत्रकारों के नाम पता, संबंधित समाचार पत्र, चौनल, पत्रिका, का अधिकार पत्र का विवरण, सम्पर्क नम्बर आई-डी ई-मेल दर्ज हो। इस स्मारिका से प्रदेशके पत्रकारों की एक दूसरे को सम्पूर्ण प्रदेशकी जानकारी रहेगी। गणेश शंकर विद्यार्थी जी का जीवन परिचय एवं उनके कार्यो को मध्य प्रदेशपाठ्य पुस्तक निगम द्वारा संचालित कोर्स में शामिल किया जाये। जिससे प्रदेश के विद्यार्थीओं को विद्यार्थी जी के बारे में ज्ञान अर्जित होगा तथा प्रेस के प्रति पत्रकारों का क्या दायित्व है ? यह भी जानकारी मिल सकेगी ।
मध्य प्रदेश सरकार के अधीन होटल, सर्किट, हाउस, पर्यटन स्थलों में पचास प्रतिशत की छूट (जिला जन सम्पर्क अधिकारी व्दारा जारी) पहचान पत्र के आधार पर मध्य प्रदेश के अंदर सभी को समानता के आधार पर दी जाये। मध्य प्रदेश के पत्रकारों की सुरक्षा एवं उनके हितों में क्या निर्णय लिए गये है पुलिस अधिकारियों को विभागीय आदेश की प्रतियां दी जावें, साथ ही मध्य प्रदेश के प्रत्येक थाना स्तर पर एक वैद्यानिक रजिस्टर रखा जाने के आदेष दे जिससे कि पत्रकारों की सुरक्षा, उनके द्वारा की जाने वाली शिकायतों, उनके विरूद्ध आनी बाली शिकायतों के संबंध में किस प्रकार कार्यावाही की गई या की जा रही है। सरकार द्वारा प्रदेश के समस्त जिला दण्डाधिकारियों /कलेक्टरों को कड़े आदेश जारी होना चाहिए कि त्रैमासिक बैठकें आवश्यक हो, बैठकों पत्रकारों की समस्याओं को सुना जाये तथा सरकार की नीतिओं को भी समय समय पर सम्मेलनों के माध्यम से पत्रकारों को जानकारी दी जाये। माननीय मुख्यमंत्री जी, प्रभारी मंत्री जी के प्रदेश एवं क्षेत्र भ्रमण में शामिल होने बाले पत्रकारों को सरकारी बाहनों की व्यवस्था समाचार कवरेज के लिए कराई जाये।