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____________________________________पत्रकारिता के जनसरोकार

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भारत और नेपाल के बीच मैत्री बढ़ाने में पत्रकारों की अहम भूमिका : प्रो. द्विवेदी

नेपाल के 18 पत्रकारों के प्रतिनिधिमंडल ने किया आईआईएमसी का दौरा, पत्रकारों को संबोधित करते हुए बोले आईआईएमसी के महानिदेशक

नई दिल्ली। नेपाल के 18 पत्रकारों के प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) का दौरा किया। इस अवसर पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए आईआईएमसी के महानिदेशक प्रो. (डॉ.) संजय द्विवेदी ने कहा कि भारत और नेपाल के बीच मैत्री बढ़ाने में पत्रकारों की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के पत्रकार अगर मिलकर काम करें, तो नागरिकों की बेहतर मदद कर पाएंगे। इससे दोनों देशों के पारंपरिक और सांस्कृतिक संबंधों को भी मजबूती मिलेगी। प्रो. द्विवेदी के अनुसार हिन्दुस्तान और नेपाल के बीच अटूट रिश्ता है और दोनों देशों में एक ही संस्कृति को मानने वाले लोग रहते हैं। 

कार्यक्रम में आईआईएमसी के डीन (अकादमिक) प्रो. गोविंद सिंह,  डीन (स्टूडेंट वेलफेयर) प्रो. प्रमोद कुमार, अंग्रेजी पत्रकारिता विभाग की पाठ्यक्रम निदेशक प्रो. संगीता प्रणवेंद्र, डॉ. राकेश उपाध्याय, डाॅ. मीता उज्जैन, डॉ. पवन कौंडल एवं डॉ. प्रतिभा शर्मा भी उपस्थित थीं।  

आईआईएमसी की अपनी इस यात्रा के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने भारतीय जन संचार संस्थान के संकाय सदस्यों के साथ पत्रकारिता एवं जनसंचार से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। प्रतिनिधिमंडल ने संस्थान के पं. युगल किशोर शुक्ल ग्रंथालय एवं ज्ञान संसाधन केंद्र तथा आईआईएमसी द्वारा संचालित कम्युनिटी रेडियो 'अपना रेडियो 96.9 एफएम' का भी दौरा किया।

ये पत्रकार थे शामिल

प्रतिनिधिमंडल में येक राज पाठक, शंभू कटेल, तपेंद्र बहादुर कर्की, पूनम पौड्याल, भरत कोईराला, दुर्गा खनाल, शिबा प्रसाद सत्याल, लेखनाथ, बिष्णु दत्त अवस्थी, किरण लांबा, ईश्वर देव खनाल, राम प्रसाद दहल, सूरज प्यूकरेल, कन्हैया लाल बनिया, बृज कुमार यादव, प्रियंका कुमारी दास, ओम प्रकाश खनाल और पंकज जोशी शामिल थे।

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सम्पादक

डॉ. लीना