मनमानी दरों पर मनमाने विज्ञापन जारी किए गए
मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में नगर पालिका परिषद द्वारा विज्ञापन घोटाला प्रकाश में आया है। सूचना के अधिकार कानून के तहत नगर पालिका परिषद के पूर्व अध्यक्ष और नगर के प्रतिष्ठित दादू परिवार के सदस्य स्व.राजेंद्र नाथ सिंह के अधिवक्ता पुत्र निखलेंद्र द्वारा निकाली गई जानकारी में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। भारतीय जनता पार्टी के नगर पालिका परिषद के राजेश त्रिवेदी ने सिवनी और आसपास के समाचार पत्रों को मनमानी दरों पर मनमाने विज्ञापन जारी कर अपनी कुर्सी बचाई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सिवनी नगर पालिका
द्वारा सत्रह माह में सत्रह लाख रूपए के विज्ञापन जारी किए गए हैं। इनमें
अनेक विज्ञापन तो काल्पनिक पंपलेट में ही प्रकाशित किए गए बताए जाते हैं।
इस सूची में शामिल बैनगंगा प्रकाशन, पत्रिका सागर एडवरटाईजिंग, कल्टी
टाईम्स, शिवम न्यूज, यशोन्नति, हुजूर न्यूज, दलसागर न्यूज, पत्रिका सागर,
नवभारत आनंद, हिन्दुस्तान समाचार, नई दुनिया मीडिया, साई कम्यूनिकेशन, सागर
एडवरटाईज, टाईम्स ऑफ, बबरिया संवाद, लोकमत न्यूज, बंसल न्यूज एजेंसी, मंडे
मसाला, बैनगंगा संवाद, सिवनी सफर, जिले की आवाज, सिवनी चंडिका जैसे समाचार
पत्र जो भारत के समाचार पत्रों के पंजीयक के पास पंजीकृत भी नहीं है के
नाम से लाखों के भुगतान निकलवा लिए गए हैं।
इतना ही नहीं जो समाचार पत्र
आरएनआई में रजिस्टर्ड हैं उनमें महज दो समाचार पत्रों को ही डीएवीपी से दर
अनुमोदन प्राप्त है। इन दरों के अनुमोदन से लगभग बारह गुना दरों पर
विज्ञापनों के देयक मंजूर कर शासन को करोड़ों रूपयों का चूना लगाया गया है।
एक अखबार को तो ढाई लाख रूपए के विज्ञापन सिवनी की गरीब नगर पालिका द्वारा
प्रदाय किए गए हैं। सिवनी के जनसंपर्क विभाग, जिला प्रशासन भी इस मामले में
हाथ पर हाथ रखे ही बैठा है।
उत्तर प्रदेश के मुंगेर के बाद सिवनी में
हुआ यह विज्ञापन का घोटाला प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की शिवराज सिंह
सरकार के माथे पर कलंक ही है। इस संबंध में विपक्ष की कांग्रेस भी कुछ कहने
से इसलिए बच रही है क्योंकि उनके समर्थित समाचार पत्रों को भी जमकर उपकिरत
किया गया है।