इस पेंटिंग के राजनीतिक मायने निकलने शुरू
साकिब ज़िया/पटना: पटना पुस्तक मेला के उद्घाटन समारोह के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक चित्रकार की भूमिका में दिखाई पड़ रहे थे। दरअसल मेला परिसर में मेड इन इंडिया और द इंडिया आर्ट इंन्वेस्टमेंट कंपनी की ओर से आयोजित कला एवं शिल्प ग्राम में पद्मश्री से सम्मानित बउआ देवी ने वहां एक कमल के फूल की ड्राइंग बनाई। उसके बाद उन्होंने सीएम नीतीश कुमार को उसपर ऑटोग्राफ करने को कहा। सीएम नीतीश कुमार को बउआ देवी का ड्राइंग इतना पसंद आया कि उन्होंने कमल के फूल की ड्राइंग पर पेंटिंग कूची से लाल रंग भरकर हस्ताक्षर कर दिया। जिसके बाद से लोगों ने इस पेंटिंग पर चर्चा शुरू कर दी।इतना ही नहीं इसके राजनीतिक मायने निकालने शुरू कर दिए। यहां तक कि परिसर में मौजूद कई लोगों को इस पेंटिंग को मोबाइल के कैमरे में कैद करते भी देखा गया। हालांकि भारत में धार्मिक दृष्टिकोण से कमल के फूल को बहुत ही शुभ माना जाता है। जब हमने बउवा देवी से इस बारे में पूछा तो उन्होंने साफ कहा कि मधुबनी पेंटिंग में भी कमल के फूल का विशेष महत्व होता है और मुख्यमंत्री के पेंटिंग प्रेम को राजनीति से जोड़कर देखने का कोई मतलब नहीं है।