एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने पत्रकारों के खिलाफ मामूली आरोपों पर पुलिस द्वारा संज्ञान लिए जाने की ‘‘बढ़ती प्रवृत्ति’’ पर गंभीर चिंता जताई
दिल्ली / एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ के खिलाफ प्राथमिकी को उनकी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर ‘करारा प्रहार’ बताया और इसने विभिन्न राज्यों में पत्रकारों के खिलाफ मामूली आरोपों पर पुलिस द्वारा संज्ञान लिए जाने की ‘‘बढ़ती प्रवृत्ति’’ पर गंभीर चिंता जताई। दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने भाजपा प्रवक्ता नवीन कुमार की शिकायत पर कथित तौर पर ‘‘सार्वजनिक गड़बड़ी फैलाने वाले बयान’’ देने के लिए दुआ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। अपराध शाखा को दी गई शिकायत पर कुमार ने दुआ पर आरोप लगाया कि वह यूट्यूब पर ‘‘विनोद दुआ शो’’ के माध्यम से ‘‘फर्जी सूचना फैला रहे हैं।’’ एडिटर्स गिल्ड ने अपने बयान में कहा कि पत्रकारों के खिलाफ मामूली आरोपों में विभिन्न राज्यों में पुलिस द्वारा संज्ञान लेने और उन्हें प्राथमिकी में बदलने की बढ़ती प्रवृत्ति से गंभीर चिंता उभरी है। गिल्ड ने कहा, ‘‘हालिया घटना वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ के खिलाफ दिल्ली पुलिस द्वारा प्राथमिकी दर्ज करना है, जो भाजपा के प्रवक्ता नवीन कुमार की शिकायत पर आधारित है।’’ इसने कहा कि यह उनकी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर ‘‘करारा प्रहार’’ है। गिल्ड ने कहा कि इस पर प्राथमिकी दर्ज करना उत्पीड़न करना है, जो अपने आप में दंड है।