पेड और पीत पत्रकारिता के रहते राजनीति और संसद पर पत्रकारिता का हर हमला बेअसर होगा
आत्मावलोकन और आत्मानुशासन के आभाव में राजनीतिक बिरादरी श्रीहीन हो गयी है। संकल्प और साधना की राजनीतिक परंपरा अब गाली बनकर रह गयी है। राजनीति के प्रति जन –मन में नकारात्मकता का भाव गहरा होने लगा है। राजनीति अनास्था और अपमान का प्रतीक बन कर रह गयी है। राजनीतिक बिरादरी में अच्छा काम करनेवाले बहुतेरे नेता अब समालोचना के लिए भी तरसने लगे है। उक्त बातें भाजपा के वरिष्ठ नेता,लेखक व सांसद शांता कुमार ने “बुक्स ओ सांसद” कार्यक्रम के स्मारिका विमोचन के क्रम में अपने उद्बोधन में कहा।
भाजपा के प्रवक्ता , लेखक व सांसद प्रकाश जावडेकर ने बुक्स ओ संसद को समय की जरुरत बताते हुए इसे सकारात्मक ,सार्थक और प्रेरक प्रयास करार दिया। जावडेकर ने कहा कि जब संसद और सांसदों की भूमिका को लेकर सब तरफ आलोचना का दौर चल रहा हो उस वक़्त संसद और सांसदों के सकारात्मक पहलू को लेकर संवाद करना वाकई एक उम्दा प्रयास है।
प्रेस क्लब ऑफ़ इण्डिया के सभागार में कार्यक्रम के दौरान दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. योगानंद शास्त्री ने मीडिया से आत्मनिरीक्षण की अपील करते हुए कहा कि पेड पत्रकारिता और पीत पत्रकारिता के रहते राजनीति और संसद पर पत्रकारिता का हर हमला बेअसर होगा। कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस के राज्य सभा सांसद राम प्रकाश ने कहा की वर्तमान में राजनीति अकर्मण्यता और जड़ता की स्थिति में है। राजनीति में आ रही नयी पीढ़ी इसे तोड़ेगी ..नया सबेरा अब बहुत करीब है। वरिष्ठ पत्रकार अरविन्द कुमार सिंह ने संसद और सांसदों की गिरती साख के लिए उनके खुद के व्यवहार के साथ साथ मीडिया को भी जबाबदेह करार दिया। उन्होंने कहा कि मीडिया इन दिनों नकारात्मकता के चश्मे से संसद को देखने लगी है। संसद और इसके सदस्यों के बहुतेरे सकारात्मक कार्यों के प्रति मीडिया की अरुचि चिंतनीय और निंदनीय है।लोकसभा टेलीविजन के सीईओ राजीव मिश्रा ने बुक्स ओ संसद को सकारात्मक और सराहनीय कदम बताते हुए कहा कि वर्तमान में भारतीय राजनीति को इस प्रकार के प्रयोग की महती आवश्यकता है। आनेवाला समय भारत का है| भारत एक बार फिर दुनिया के नेतृत्व को सँभालने की और बढ़ रहा है । ऐसे में भारत की राजनीतिक व्यवस्था का मजबूत होना बहुत आवश्यक है।
बुक्स ओ सांसद कार्यक्रम में पहले से जुड़े भाजपा नेता गोपाल अग्रवाल ने कहा कि ऐसे मंच की आवश्यकता आज संसदीय राजनीति को है जो संसद के सकारात्मक पक्ष को जनता के सामने लाकर उनके भीतर पनप रही उदासीनता को कम कर सके और ऐसा ही पहल हमारे युवा साथियों ने किया है। बुक्स ओ सांसद की परिकल्पना और उसे साकार करनेवाले दृष्टि क्रिएटिव के एमडी कुंदन कुमार झा ने स्मारिका के उपयोगिता की चर्चा करते हुए कहा की संसद के सकारात्मक और मजबूत परंपरा से जन सामान्य को अवगत कराना हमारा ध्येय है और इसी को ध्यान में रखते हुए स्मारिका में संसद के दिलचस्प पहलुओं और जानकारियों को हमने स्मारिका में सहेजने का प्रयास किया है। मीडिया से जुडी जानकारी भी स्मारिका में उपलब्ध है। मीडिया और संसद को लेकर कई गणमान्य व्यक्ति के आलेख में स्मारिका में मौजूद है ।
कार्यक्रम का संचालन बुक्स ओ सांसद कार्यक्रम से जुड़े पत्रकार सामाजिक कार्यकर्ता अमिताभ भूषण ने किया तो वही धन्यवाद ज्ञापन रामचंद्र झा ने किया। इस अवसर पर कांग्रेस सांसद एमबी राजेश ,वरिष्ठ पत्रकार अवधेश कुमार , भाजयुमो स्टडी सर्किल संयोजक जयराम विप्लव, बिहार भाजपा के नेता सुधाकर सिंह , पत्रकार कुमार अरविन्द , बुक्स ओ सांसद टीम के सदस्य भावेश नंदन झा ,शिवनाथ मिश्र ,डॉ. सौरभ दास ,नीरज पाठक आदि मौजूद थे।