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ग्लेशियरों का संरक्षण अत्यंत आवश्यक

कालेज आफॅ कामर्स, आर्ट्स एण्ड साइंस में विश्व जल दिवस (22 मार्च) पर संगोष्ठी का आयोजन

पटना/ विश्व जल दिवस के अवसर पर कालेज आफॅ कामर्स, आर्ट्स एण्ड साइंस पटना के भूगोल विभाग द्वारा शुक्रवार को " जलवायु परिवर्तन के खिलाफ सतत विकास के लिए ग्लेशियरों को संरक्षित करना अत्यंत आवश्यक " विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया। संगोष्ठी के मुख्य वक्ता पटना विश्वविद्यालय भूगोल विभाग के प्रो सैयद मो सलीम ने जल वायु परिवर्तन तथा विश्व के ग्लेशियर पर इसके प्रभावों की चर्चा स्पष्ट किया कि वैश्विक तापमान के कारण ग्लेशियर पिधल कर सिकुड़ रहा है। इस से खारे समुद्री जल में तो वृद्धि हो रही है लेकिन मीठे और स्वच्छ पेय जल के प्रवाह कमी देखी जा रही है।

संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए प्रधानाचार्य प्रो इंद्रजीत प्रसाद राय ने कहा कि गंभीर भू-भौतिकी स्थिति के प्रति जागरूक होना आवश्यक ही नहीं अनिवार्य भी है ताकि हम जल वायु परिवर्तन से उत्पन्न भौगोलिक परिस्थितियों का समाधान करने की दिशा में आगे बढ़ सकें।

संगोष्ठी को अन्य लोगों के अलावा भूगोल विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ विद्या यादव, डॉ मुकेश कुमार मधुकर, प्रो संतोष कुमार, स्नातकोत्तर भूगोल के विभागाध्यक्ष डॉ अनुप कुमार सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

इस अवसर पर अन्य लोगों के अलावा डॉ अभय शंकर, डॉ रश्मि रंजना, डॉ मोनिका, डॉ अयान मुखर्जी और डॉ रजनीश कुमार समेत बड़ी संख्या में शिक्षक और छात्र छात्राएं उपस्थित थे। संगोष्ठी का समापन डॉ मोनिका कुमारी के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ।

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सम्पादक

डॉ. लीना