सरस्वती रमेश //
नोचकारिता के सिपाही हैं ये
बिकाऊ -चलताऊ खबरों पर
गिद्ध दृष्टि रखने और
चील सा झपट्टा मारने
के महारथी हैं ये.
इन्हें तीखी गन्ध सी
भड़काऊ खबरें चाहिए
बेलौस, खुल्ली, नंगी
बातों से लबरेज
उकसाऊ वीडियो चाहिए.
सरोकारों की बात मत कीजिये
उसका कीमा बना ये खा चुके
इनके चिकने -चमकते चेहरे
और अदाओं पर मत जाइए
सुंदर मुखड़े के पीछे चिपकी
जहरीली जुबान को पहचानिए.
तहकीकात के पहले ये
तय कर देते हैं मुल्जिम
अदालती फैसले के पहले
तय कर देते हैं मुजरिम
कोई मर जाये तो
उसकी सात पीढ़ियों का
चीड़फाड़ कर देंगे ये
कोई बच जाए तो उसको
मरने पर मजबूर कर देंगे ये
इंसान और उसकी जान
की कोई कीमत नहीं इनके लिए
टीआरपी के आगे कुछ सोचने
की जरूरत नहीं इनके लिए।
(तस्वीर साभार )