Menu

 मीडियामोरचा

____________________________________पत्रकारिता के जनसरोकार

Print Friendly and PDF

समता-स्वप्न

महेंद्र भटनागर की दो कविताएँ

समता-स्वप्न

विश्व का इतिहास

साक्षी है —

अभावों की

धधकती आग में

 जीवन

 हवन जिनने किया,

अन्याय से लड़ते

व्यवस्था को बदलते

पीढ़ियों

यौवन

दहन जिनने किया,

-

वे ही

छले जाते रहे

प्रत्येक युग में,

क्रूर शोषण-चक्र में

.

अविरत

दले जाते रहे

प्रत्येक युग में!

.

विषमता

और ...

      बढ़ती गयी,

बढ़ता गया

विस्तार अन्तर का!

      हुआ धनवान

      और साधनभूत,

      निर्धन -

      और निर्धन,

      अर्थ गौरव हीन,

      हतप्रभ दीन!

.

लेकिन;

विश्व का इतिहास

साक्षी है —

.

परस्पर

साम्यवाही भावना इंसान की

निष्क्रिय नहीं होगी,

न मानेगी पराभव!

.

लक्ष्य तक पहुँचे बिना

होगी नहीं विचलित,

न भटकेगा / हटेगा

एक क्षण

अवरुद्व हो लाचार

समता-राह से मानव!



-----

अपहर्ता

 

धूर्त —

सरल दुर्बल को

ठगने

धेखा देने

बैठे हैं तैयार!

.

धूर्त —

लगाये घात,

छिपे

इर्द-गिर्द

      करने गहरे वार!

.

धूर्त —

फ़रेबी कपटी

      चैकन्ने

करने छीना-झपटी,

लूट-मार

हाथ-सफ़ाई

चतुराई

      या

      सीधे मुष्टि-प्रहार!

.

धूर्त —

हड़पने धन-दौलत

पुरखों की वैध विरासत

हथियाने माल-टाल

कर दूषित बुद्वि-प्रयोग!

.

धृष्ट,

दुःसाहसी,  

निडर!

बना रहे

छद्म लेख-प्रलेख!

चमत्कार!

विचित्र चमत्कार!

द्वि-भाषिक कवि महेंद्रभटनागर सेवानिवृत्त प्रोफ़ेसर और प्रगतिशील साहित्यान्दोलन के प्रमुख स्तम्भ माने जाते है. 

 

 

Go Back

Comment

नवीनतम ---

View older posts »

पत्रिकाएँ--

175;250;e3113b18b05a1fcb91e81e1ded090b93f24b6abe175;250;cb150097774dfc51c84ab58ee179d7f15df4c524175;250;a6c926dbf8b18aa0e044d0470600e721879f830e175;250;13a1eb9e9492d0c85ecaa22a533a017b03a811f7175;250;2d0bd5e702ba5fbd6cf93c3bb31af4496b739c98175;250;5524ae0861b21601695565e291fc9a46a5aa01a6175;250;3f5d4c2c26b49398cdc34f19140db988cef92c8b175;250;53d28ccf11a5f2258dec2770c24682261b39a58a175;250;d01a50798db92480eb660ab52fc97aeff55267d1175;250;e3ef6eb4ddc24e5736d235ecbd68e454b88d5835175;250;cff38901a92ab320d4e4d127646582daa6fece06175;250;25130fee77cc6a7d68ab2492a99ed430fdff47b0175;250;7e84be03d3977911d181e8b790a80e12e21ad58a175;250;c1ebe705c563d9355a96600af90f2e1cfdf6376b175;250;911552ca3470227404da93505e63ae3c95dd56dc175;250;752583747c426bd51be54809f98c69c3528f1038175;250;ed9c8dbad8ad7c9fe8d008636b633855ff50ea2c175;250;969799be449e2055f65c603896fb29f738656784175;250;1447481c47e48a70f350800c31fe70afa2064f36175;250;8f97282f7496d06983b1c3d7797207a8ccdd8b32175;250;3c7d93bd3e7e8cda784687a58432fadb638ea913175;250;0e451815591ddc160d4393274b2230309d15a30d175;250;ff955d24bb4dbc41f6dd219dff216082120fe5f0175;250;028e71a59fee3b0ded62867ae56ab899c41bd974

पुरालेख--

सम्पादक

डॉ. लीना