वे भारत के पहले सूचना और प्रसारण मंत्री भी थे
संजय कुमार/ लौहपुरुष का जिक्र आते ही जेहन में सरदार वल्लभभाई झावरभाई पटेल का नाम सामने आता है। विश्व पटल पर ‘सरदार पटेल’ के नाम से चर्चित भारतीय राष्ट्रीय आन्…
वे भारत के पहले सूचना और प्रसारण मंत्री भी थे
संजय कुमार/ लौहपुरुष का जिक्र आते ही जेहन में सरदार वल्लभभाई झावरभाई पटेल का नाम सामने आता है। विश्व पटल पर ‘सरदार पटेल’ के नाम से चर्चित भारतीय राष्ट्रीय आन्…
सूचना प्रसारण राज्यमंत्री से मिले आईआईएमसी के पूर्व महानिदेशक, 'अमृतकाल में भारत' भेंट की
भोपाल। सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री डा.एल. मुरुग…
औरंगाबाद में पत्रकारिता भाग- 2
प्रेमेन्द्र/ पिछले भाग में मैने पत्रकारों की उस पीढ़ी का जिक्र किया था जो 70 के दशक से 80 के दशक तक सक्रिय थी। इनमें नौ लाख सिंह, अनिरुद्ध सिंह, नीलम बाबू, उदय सिंह, त्रिभुवन सिंह, लल्लू सिंह, जग…
भाग 1
प्रेमेन्द्र/ आज कल प्रेस क्लब की चर्चा कुछ ज्यादा ही हो रही है. आइये मैं आपको ले चलता हूँ औरंगाबाद में पत्रकारिता के इतिहास की तरफ-…
हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति ने किया 'लोगों का काम है कहना' का विमोचन
वर्धा (महाराष्ट्र)। वरिष्ठ पत्रकार और मीडिया प्राध्यापक प्रो.संजय द्विवेदी के व्यक…
सुदर्शन व्यास/ ‘लोगों का काम है कहना...’ पुस्तक का आखिरी पन्ना पलटते समय संयोग से महात्मा गांधी का एक ध्येय वाक्य मन–मस्तिष्क में गूंज उठा – ‘कर्म ही पूजा है’। जब मैं इस किताब को पढ़ रहा था तो बार–बार महात्मा गांधी का ये वाक्य सहसा अंतर्गन में सफर कर रहा था। ये कहूँ तो कोई …
डॉ. लीना