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____________________________________पत्रकारिता के जनसरोकार

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गूगल डूडल ने याद किया देश की प्रथम महिला फोटो पत्रकार को

होमई व्यारावाला का जन्म दिन आज

साकिब जिया/ भारत की प्रथम महिला फोटो पत्रकार होमई व्यारावाला का आज 104वां जन्मदिन है। देश की इस प्रथम महिला फोटो पत्रकार ने न सिर्फ 15 अगस्त 1947 में लाल किले पर ध्वजारोहण समारोह और लॉर्ड माउंटबेंटन के प्रस्थान जैसी कई बड़ी घटनाओं की तस्वीर अपने कैमरे से ली, बल्कि औरतों की शिक्षा, उनकी व्यवसायी योग्यताएं, युद्ध का प्रचार, उस समय के मुम्बई और दिल्ली जैसे शहरों की झलक तथा देश की सामाजिक और राजनीतिक जीवन को भी कैमरे में बखूबी कैद किया। आज गूगल डूडल ने होमई व्यारावाला को स्थान दे कर, उन्हें याद किया है.

होमई व्यारावाला का जन्म 9 दिसंबर 1913 को गुजरात राज्य के नवसारी शहर में पारसी परिवार में हुआ था। मुंबई में पली-बढ़ीं होमी ने फ़ोटोग्राफ़ी की शिक्षा जेजे स्कूल ऑफ़ आर्ट से ली। उनकी पहली तस्वीर बॉम्बे क्रॉनिकल में प्रकाशित हुई थी।वह 1930 से 1970 के बीच एक मात्र प्रोफेशनल फोटो पत्रकार थी जो  ब्रिटिश सूचना सेवा के भारतीय ब्यूरो की फोटो पत्रकार के रूप में कार्यरत थी । उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी घटनाओं की अनेक तस्वीर खींची थी। उन्होंने अपने करियर में कई बडे़ राजनेताओं और मशहूर हस्तियों की फोटो कैमरे से ली है जिसमे महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और लाल बहादुर शास्त्री के दाह संस्कार की तस्वीरें शामिल है। उन्होंने अपने पति के देहांत के बाद 1970 में इस पेश को छोड़ दिया था। उन्हें जनवरी 2011 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।15 जनवरी 2012 को उनका निधन हो गया।

होमई ने अपने समय में कई ऐसी तस्वीरें खींचीं जो आज इतिहास का एक ऐसा चहरा दिखाती हैं जो शायद होमई के योगदान के बिना छिपा रह जाता।अपने कार्यकाल में उन्होंने दस हज़ार से ज़्यादा तस्वीरें खींचीं। पहली महिला फोटो पत्रकार के साथ साथ राजनीतिक लोगो से जुड़े होनो के कारण भी  शोहरत की बुलंदी को छुआ।

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सम्पादक

डॉ. लीना