बदसलूकी पर उत्तर प्रदेश सरकार का विधायक को नोटिस
नई दिल्ली। केन्द्र ने उत्तर प्रदेश के शामली जिले में पत्रकारों पर हमले की स्वतंत्र जांच कराने की मांग की है। सूचना और प्रसारण तथा वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कल रात ट्वीटर पर कहा कि पत्रकारों पर हमला निन्दनीय है और इस घटना की स्वतंत्र जांच कराई जानी चाहिए।
आरोप है कि एक अंग्रेजी समाचार चैनल के दो पत्रकारों पर समाजवादी पार्टी नेता और विधायक नाहिद हसन और उनके साथियों ने कथित रूप से हमला किया था।
उधर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दोनों अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई का आदेश दिया है। गौरतलब है कि पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के कैराना में टाइम्स नाउ के पत्रकार पर हमले को लेकर एसडीएम और डिप्टी एसपी को हटा दिया गया है । साथ ही नवनिर्वाचित ब्लॉक प्रमुख नफीसा को पार्टी से निकाल दिया है और विधायक नाहिद हसन को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
पूरी घटना इस तरह है कि शामली में रविवार को समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी ने ब्लॉक प्रमुख का चुनाव जीता था। इसके बाद मनाए गए जश्न के दौरान फायरिंग में एक 8 साल के बच्चे की मौत हो गई थी।इसके बाद स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन किया जिसे कवर करने गई टाइम्स नाउ की टीम के साथ बदतमीजी और गाली - गलौज की गई थी। टाइम्स नाउ के विडियो जर्नलिस्ट का कहना है कि विधायक और उनके समर्थकों ने उनका कैमरा छीनकर विडियो डिलीट कर दिया और कुछ देर तक बंधक भी बनाया था। चैनल की महिला रिपोर्टर से भी बदसलूकी की गई थी। इस बीच बच्चे की मौत के मामले में पांच लोगों पर नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है जिसमें ब्लॉक प्रमुख के पति भी शामिल हैं। पुलिस तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। कैराना थाना के प्रभारी को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है।
मीडिया मोरचा के लिए ब्यूरो प्रमुख साकिब ज़िया की रिपोर्ट के साथ