‘टूटी स्लेट, आधी पेंसिल से मुख्यमंत्री की कुर्सी तक, जीतन राम माँझी’ पुस्तक के लेखक हैं अशरफ अस्थानवी
पटना। मुख्यमंत्री श्री जीतन राम माँझी को आज ‘टूटी स्लेट, आधी पेंसिल से मुख्यमंत्री की कुर्सी तक, जीतन राम माँझी’ पुस्तक की प्रति भेंट की गयी। मुख्यमंत्री आवास, 1 अण्णे मार्ग में पुस्तक के लेखक श्री अशरफ अस्थानवी एवं प्रकाशक श्री मोनाजीर सोहेल ने उन्हें पुस्तक की प्रति सादर भेंट की।
मुख्यमंत्री ने पुस्तक का अवलोकन करने के बाद अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा कि ‘टूटी स्लेट, आधी पेंसिल से मुख्यमंत्री की कुर्सी तक, जीतन राम माँझी ’ पुस्तक मेरे जीवन के अंतरस्थ सूक्ष्म क्षणों से संबंधित है। विवरणी जबकि अपूर्ण है, फिर भी मेरे जीवन के अधिकांश उन विषयों को स्पर्श किया गया है, जिसकी चर्चायें बहुत कम होती है। जानकर के भी इनकी चर्चा लोग नहीं करना चाहते हैं। हमें स्मरण है कि हमनें कहीं अपने वक्तव्य में कहा था कि ‘गरीब का इतिहास कौन लिखता है ?’ संभवतः श्री अशरफ अस्थानवी के दिल और दिमाग में उक्त बातें गड़ गयी और उनके सूक्ष्म हृदय को झझोर दिया तथा यह पुस्तक उसी भावना की मूर्त रूप है। ऐसे सहृदय और अनछुये विषय को स्पर्श करने वाले लेखक श्री अशरफ अस्थानवी के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता हूं।
यह पुस्तक अनेक लोगों के हाथ में जाये, इसके लिये हिन्दी के साथ-साथ अंग्रेजी, उर्दू भाषा में भी इसका अनुवाद हो जाये तो मैं समझता हूं कि संवेदनशील समाज में और संवेदनशीलता का आभाष हो सकता है। पुस्तक के प्रकाशक श्री मोनाजिर सुहैल के प्रति भी कृतज्ञता व्यक्त करता हूं। आशा है कि वे इस तरह के पुस्तकों के प्रकाशन में सहयोग करते रहेंगे।