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____________________________________पत्रकारिता के जनसरोकार

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चुनाव होने के बाद इस बारे में पढ़ना रोचक होता है : शिवराज सिंह चौहान

शिवना प्रकाशन के आयोजन में पत्रकार ब्रजेश राजपूत की पुस्तक का विमोचन मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने किया

सीहोर / चुनाव हो जाने के बाद चुनावों के बारे में पढ़ना रोचक भी होता है और ज्ञान वर्द्धक भी। दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र हमारा देश है जहां इतने आराम से सत्ता परिवर्तन हो जाते हैं जिस पर दुनिया चकित रह जाती है। मैंने पुस्तक को देखा है और उसमें कई कई ऐसी बातें भी हैं जिन्हें हम भी चुनाव के बाद भूल जाते हैं। चुनाव के दौरान जनता, नेता और कार्यकर्ता क्या क्या करते हैं इस पर ब्रजेश राजपूत ने बहुत सुंदर तरीके से लिखा है। यह एक जरूरी पुस्तक है हमको भी बहुत कुछ सीखने मिलेगा इस पुस्तक से और अपने आप को देखने का भी अवसर मिलेगा । ब्रजेश जी को पुस्तक लिखने हेतु साधुवाद तथा शिवना प्रकाशन को बहुत धन्यवाद जिन्होंने मध्यप्रदेश को जानने के लिये एक  महत्त्वपूर्ण पुस्तक का प्रकाशन किया। उक्त उद्गार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शिवना प्रकाशन सीहोर द्वारा मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित वरिष्ठ पत्रकार ब्रजेश राजपूत की पुस्तक चुनाव, राजनीति और रिपोर्टिंग के विमोचन के अवसर पर व्यक्त किये। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप वरिष्ठ पत्रकार श्री गिरजाशंकर एवं मीडिया समीक्षक श्री मुकेश कुमार उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता गलगोतिया विश्वविद्यालय के डीन प्रो. प्रदीप कृष्णात्रै ने की ।

कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत प्रकाशन की ओर से पंकज सुबीर, श्रवण मावई, सनी गोस्वामी तथा शहरयार खान ने किया। ब्रजेश राजपूत की पुस्तक पर बोलते हुए श्री मुकेश कुमार ने कहा कि ब्रजेश राजपूत ने पुस्तक को जिस प्रकार सारी जानकारियों को समेटते हुए लिखा है वह पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिये बहुत उपयोगी साबित होगी।  श्री गिरजाशंकर ने अपने संबोधन में कहा कि कोई चुनाव लड़ता है कोई लड़वाता है कोई वोट डालता है और कोई इन सबको देखता है लेकिन चुनाव को पढ़ना भी एक अनुभव है और इस किताब में हम चुनाव को पढ़ेंगे। ब्रजेश राजपूत की ये पुस्तक एक महत्त्वपूर्ण पुस्तक है।  तत्पश्चात अतिथियों ने मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव 2013 पर लिखी गई ब्रजेश राजपूत की पुस्तक का विमोचन किया। प्रकाशन पंकज सुबीर ने लेखक ब्रजेश राजपूत को प्रकाशन की ओर से सम्मानित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रो प्रदीप कृष्णात्रै ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि 2013 के चुनाव पर 2014 में ही पुस्तक आ जाना और इतनी अच्छी पुस्तक का आ जाना एक महत्त्वपूर्ण घटना है। ब्रजेश राजपूत ने बहुत मेहनत से और पूरी रोचकता के साथ पुस्तक को लिखा है। ब्रजेश राजपूत ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि टीवी का पत्रकार बहुत अस्त व्यस्त जीवन जीता है, उसके लिये कोई पुस्तक लिख लेना और समय से लिख लेना बहुत मुश्किल होता है। पत्रकार को पता ही नहीं होता कि उसे अगले ही दिन कहाँ जाना है। मेरे लिये पुस्तक को लिखते समय यही बड़ी चुनौती थी। 2013 के चुनाव बड़े रोचक चुनाव थे, जिस प्रकार प्रचार हुआ पहली बार सोशल मीडिया का व्यापक प्रयोग हुआ उस सबके चलते ही ये पुस्तक लिखने के बारे में मैंने सोचा। आज जब ये पुस्तक आ गई है तो मेरे लिये ये विशेष दिन है, इसलिये भी कि मुख्यमंत्री ने इसके विमोचन के लिये समय दिया। कार्यकम के अंतिम चरण में मुख्यमंत्री सहित सभी अतिथियों को स्मृति चिह्न के रूप में शिवना प्रकाशन की पुस्तकों का सेट सीहोर के पत्रकार श्रवण मावई ने भेंट किया गया। मुख्यमंत्री ने स्मृति चिह्न के रूप में पुस्तकें देने की विशेष रूप से सराहना की। कार्यक्रम का संचालन पंकज सुबीर ने किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में पत्रकार, साहित्यकार उपस्थित थे।

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सम्पादक

डॉ. लीना