प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो पटना ने कैमूर जिला के भभुआ में क्षेत्रीय मीडिया कार्यशाला- “वार्तालाप” का किया आयोजन, बड़ी संख्या में उपस्थित पत्रकारों ने विकासात्मक रिपोर्टिंग पर की चर्चा
कैमूर/ …
प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो पटना ने कैमूर जिला के भभुआ में क्षेत्रीय मीडिया कार्यशाला- “वार्तालाप” का किया आयोजन, बड़ी संख्या में उपस्थित पत्रकारों ने विकासात्मक रिपोर्टिंग पर की चर्चा
कैमूर/ …
विज्ञान भारती का राष्ट्रीय आयोजन
गुवाहाटी/ विज्ञान भारती के राष्ट्रीय आयोजन सचिव डॉ. श्री शिव कुमार शर्मा ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा संचारक सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर सीएसआईआर-एनआईएससीएआईआर के पूर्व निदेशक डॉ. मनोज कुमार पटैरिया और सीएसआईआर-सीईसीआरआई के निदेशक डॉ. के. रमेश भी उपस्थित थे। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मीडिया सम्मेलन में अतिथियों ने रोजगार समाचार पत्रिका और विज्ञान भारत पत्रिका के अंकों का विमोचन …
विधान सभा प्रेस सलाहकार समिति की बैठक में व्यवस्था पर भी उठे सवाल
पटना/ शुक्रवार को बिहार विधान सभा प्रेस सलाहकार समिति की बैठक अध्यक्ष नंदकिशोर यादव की अध्यक्षता में हुई। वाचनालय सभागार में आयोजित बैठक में उपाध्यक्ष नरेंद्र नारायण यादव भी मौजूद थे। बैठक की शुरुआत में स्पीकर श्री यादव ने सीपीए सम्मेलन के सिलसिले में आस्ट्रेलिया, इटली, फ्रांस और इंग्लैंड की यात्रा से …
आईएफएफआई के दौरान शुभारंभ
गोवा/ गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने आज गोवा में 55वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) के उद्घाटन समारोह में राष्ट्रीय सार्वजनिक प्रसारक प्रसार भारती के ओटीटी प्लेटफॉर्म 'वेव्स' का शुभारंभ किया। इस अवसर पर सूचना एवं प्रसारण सचिव श्री संजय जाजू सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।…
पटना। सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री महेश्वर हजारी ने कहा है कि लोकतंत्र में मीडिया की भूमिका पहले से अधिक महत्वपूर्ण हो गयी है और भारत का लोकतंत्र उसके चौथे स्तंभ अर्थात मीडिया के बिना अधूरा है। सूचना भवन में शनिवार को राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय प्रेस दिवस केवल एक पर्व नहीं, बल्कि एक अवसर है, जब हम प्रेस की स्वतंत्रता, जिम्मेदारी और उसकी शक्ति का सम्मान करते हैं।…
पटना/ राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर पटना के ए. एन. सिन्हा सामाजिक अध्ययन संस्थान में बिहार डिजिटल मीडिया समिट आयोजित किया गया. समिट का विषय था "सोशल मीडिया के युग में समाचार", जो प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के 2024 के "प्रेस की बदलती प्रकृति" के फोकस से मेल खाता है। समिट में पत्रकारिता के छात्रों ने हिस्सा लिया.…
वे भारत के पहले सूचना और प्रसारण मंत्री भी थे
संजय कुमार/ लौहपुरुष का जिक्र आते ही जेहन में सरदार वल्लभभाई झावरभाई पटेल का नाम सामने आता है। विश्व पटल पर ‘सरदार पटेल’ के नाम से चर्चित भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन के अग्रणी नेता थे। सरदार पटेल, स्वतन्त्र भारत के महान दूरदर्शी राजनेता-प्रशासक होने के साथ-साथ प्रतिष्ठित वकील, बैरिस्टर तथा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी थे जिन्होंने आज़ादी के पश्…
राष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन का केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री डॉ. एल. मुरुगन, मुख्य प्रसाशिका दादी रतन मोहिनी, आईआईएमसी के पूर्व महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी, पूर्व कुलपति डॉ. मान सिंह परमार और ब्रह्माकुमारीज के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने किया शुभारंभ, भारत सहित नेपाल से एक हजार से अधिक पत्रकार, संपादक, ब्यूरो चीफ और मीडिया प्रोफेसर पहुंचे…
कृपाशंकर चौबे/ हिंदी के तमाम मूर्धन्य संपादक पत्रकारिता के किसी संस्थान या विश्वविद्यालय से प्रशिक्षित नहीं थे। किंतु वे अपने आप में प्रशिक्षण संस्थान थे। वे पूरे के पूरे पाठ्यक्रम थे और वे ही प्रयोगशाला थे। उनके भीतर अपने समाज को देखने और समझने की अचूक दृष्टि थी। इसलिए पत्रकारिता के पश्चिमी सिद्धांतों को रटने से कहीं ज्यादा आवश्यक भारतीय समाज के भीतर पत्रकारिता के स्वाभाविक विकास को समझना है। उसे समझने के लिए संपादकों की कहानी को जानना जरूरी है। उसमें सिद्धांत भी है, तकन…
एडब्ल्यूजेएफ का ‘‘Reporting Climate Change and Gender” विषय पर प्रशिक्षण सत्र आयोजित
गुवाहाटी/ असम महिला पत्रकार मंच (एडब्ल्यूजेएफ) ने अपनी पहली पहल में, गुवाहाटी विश्वविद्यालय के संचार एवं पत्रकारिता विभाग के सहयोग से गुरुवार, 19 सितंबर को ‘‘Reporting Climate Change and Gender” पर एक प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया।…
डॉ. लीना
ब्रह्माकुमारीज ब्लेसिंग हाउस एवं मीडिया प्रभाग द्वारा राष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन का आयोजन…
वरिष्ठ संपादक पर केंद्रित पुस्तक के लोकार्पण समारोह में जुटे मीडिया दिग्गज
औरंगाबाद में पत्रकारिता भाग- 2
प्रेमेन्द्र/ पिछले भाग में मैने पत्रकारों की उस पीढ़ी का जिक्र किया था जो 70 के दशक से 80 के दशक तक सक्रिय थी। इनमें नौ लाख सिंह, अनिरुद्ध सिंह, नीलम बाबू, उदय सिंह, त्रिभुवन सिंह, लल्लू सिंह, जग…
ओम थानवी/ नाम तो एक ही होगा। फिर अख़बारों में दो तरह से क्यों लिखा जाता है? रिपोर्टर चाहें तो सही नाम कई स्रोतों से पता कर सकते हैं।…
नई दिल्ली/ यूनीवार्ता के पूर्व ब्यूरो प्रमुख अरुण केसरी का रविवार शाम निधन हो गया. वह 70 वर्ष के थे. उनके परिवार में पत्नी और दो पुत्र है. श्री केसरी दो दिनों से मामूली रूप से अस्वस्थ थे. रविवार शाम उनका गाजियाबाद जिले के वसुंधरा स्थित यूएनआई अपार्टमेंट में अपने निवास पर निधन हो गया.…
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दलित चिंतन का निचोड़ है 'आजीवक'
कैलाश दहिया/ बात 1997 की है, डॉ. धर्मवीर की पुस्तक 'कबीर के आलोचक' आई। इस किताब के आते ही हिंदी स…
अर्पण जैन "अविचल"/ सूचना और संचार क्रांति के दौर में आज प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया के बीच वेब पत्रकारिता का चलन तेजी से बढ़ा है और अपनी पहचान बना ली है. अखबारों की तरह बेव पत्र और पत्रिकाओं का जाल, अंतरजाल पर पूरी तरह बिछ चुका है. छोटे-बड़े हर शहर से अमूमन बेव पत्रकारिता संचालित हो रही है. छोटे-बड़े सभी शहरों के प्रिंट व इलेक्ट्रानिक मीडिया भी वेब पर हैं. इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि भारत में थोड़े ही समय मे…