ओम थानवी/ नाम तो एक ही होगा। फिर अख़बारों में दो तरह से क्यों लिखा जाता है? रिपोर्टर चाहें तो सही नाम कई स्रोतों से पता कर सकते हैं।
वैसे नाम में कोई नियम व्याकरण आदि का काम नहीं करता। नाम के बतौर कृष्ण ही नहीं, क्रुष्ण, कृष्णा, किसन, किसना, कृशन, कान्हा, काना, कन्हाई, कन्हैया, कनिया सब ठीक माने जाएँगे।
इसलिए भले शब्द अवनि (पृथ्वी) हो, पर कोई अवनी लिखना चाहे तो वह भी मान्य होगा। मुझे नहीं पता कि स्वर्णपदक पर कामयाब निशाना साधने वाली खिलाड़ी का सही नाम क्या है। पहले अख़बार ऐसी दुविधा का निराकरण कर देते थे। अब बढ़ा देते हैं — पहले पन्ने की लीड तक में।
(ओम थानवी के फेसबुक वाल से साभार)