सतत व्यवसायिक प्रक्रिया: पर्यावरण व सामाजिक खुशहाली पर आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार
मोतिहारी। महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग में गुरूवार को सतत व्यवसायिक प्रक्रिया: पर्यावरण व सामाजिक खुशहाली पर आयोजीत राष्ट्रीय सेमिनार में मुख्य अतिथि प्रो. पीयूष रंजन अग्रवाल, पूर्व कुलपति पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर, विशेष अतिथि प्रो. आशीष वाजपेयी निदेशक प्रबंधन विज्ञान संस्थान, बीएचयू थे। कार्यक्रम के संरक्षक एमजीसीयूबी के कुलपति प्रो. संजय श्रीवास्तव थे। संयोजक प्रो. शिरिष मिश्रा, डीन स्कूल ऑफ संकायाध्यक्ष वाणिज्य प्रबंधन विभाग ने अतिथियों का स्वागत किया।
प्रो. आशीष वाजपेयी ने कहा कि प्रकृति की दायरे में जो रहेगा उसी से सतत विकास होगा । समाज की चेतना किसी भी हालत में आहत नही होनी चाहिए । यह पर्यावरणीय संतुलन के लिए आवश्यक है। व्यवसाय को केवल आर्थिक इकाई से देखने से नुकसान हो रहा है। एमजीसीयूबी के कुलपति प्रो संजय श्रीवास्तव ने कहा कि हमे समाजिक जिम्मेदारी पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है , विशेष तौर पर जो व्यापार के क्षेत्र में है । पर्यावरणीय विकास की जरूरत पर बल देते हुए प्रो. श्रीवास्तव ने कहा गलत रसायनों के प्रयोग से हो रहे नुकसान से आगाह किया । उन्होंने स्कॉटहोम घोषणा पर विशेष जोर देते हुए कहा कि सतत विकास के लिए तकनीकी के गलत इस्तेमाल को रोकने की जरूरत है । प्रो श्रीवास्तव वैदिक युग की याद दिलाते हुए कहा कि वृक्षो की ऊर्जा और रखरखाव से ही पर्यावरण की रक्षा हो सकती हैं।
प्रो पीयूष रंजन अग्रवाल ने कहा कि आज भी सामाजिक और आर्थिक विषमताएं कायम है । ई कामर्स और ऑनलाइन कोर्स को बढ़ावा देते हुए कहा कि समाज मे असमानताए कायम है । उन्होंने जीएसटी में अप्रत्याशित इजाफा पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि तमाम समस्याओं के बाद भी देश मे अमीरों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है । लग्जरी कार और महंगे अपार्टमेंट की तरफ झुकाव बढ़ा है।
कार्यक्रम के संयोजक प्रो शिरिष मिश्रा ने कहा कि ई कमर्स से खरीदारी काफी आसान हो गयी है। देश की अर्थव्यवस्था काफी मजबूत हुई है। मोदी सरकार में आर्थिक उन्नति बढ़ी है।
कार्यक्रम का संचालन वाणिज्य विभाग के सहायक प्राध्यापक श्री अवनीश कुमार ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन डॉ शिवेंद्र सिंह ने की ।कार्यक्रम में मीडिया अध्यक्ष विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अंजनी कुमार झा, प्रबंधन विभाग की प्राध्यापिका डॉ सपना सुगंधा, अरुण कुमार, वाणिज्य विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ सुब्रत राय, डॉ रविशचंद्र वर्मा सहित कई शोधार्थी, विद्यार्थी उपस्थित थे।