‘घरेलू हिंसा, सामाजिक मान्यता और मीडिया की भूमिका’ विषय पर स्वाम की कार्यशाला आयोजित
लीना/ पटना। बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने आज कहा है कि बिना महिला प्रतिनिधि के अब बिहार विधानसभा प्रेस सलाहकार समिति का गठन नहीं होगा। पटना में साउथ एशियन वूमेन इन मीडिया, स्वाम, की ओर से ‘घरेलू हिंसा, सामाजिक मान्यता और मीडिया की भूमिका’ विषय पर ऑक्सफैम के सहयोग से आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला को संबोधित करते हुए श्री चौधरी ने कहा कि समाजिक बदलाव के लिए केवल कानून बनाने से ही कुछ नहीं होता। कानून की सफलता के लिए लोगों के बीच जागरूकता जरूरी है। साथ ही समाज में व्याप्त दोहरी मानसिकता को भी छोड़ना होगा। उन्होंने इन मुद्दों पर मीडिया रिर्पोटिंग के तरीके पर भी सवाल उठाया।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए जनसत्ता के संपादक मुकेश भारद्वाज ने कहा कि महिलाओं को अपनी आवाज उठानी ही होगी। उनकी भूमिका के बाद ही मीडिया की भूमिका आती है।
वहीं वरिष्ठ पत्रकार गीताश्री ने कहा कि महिलाओं को ना कहना सीखना होगा। बीबीसी की रूपा झा ने कहा कि घरेलू हिंसा सिर्फ महिलाओं का मुद्दा नहीं है इसके दायरे में पुरूष भी आते हैं। चमेली देवी अवार्ड से सम्मानित पत्रकार नेहा दीक्षित ने कहा कि न्यूज रूम में भी पितृसत्तातमक तत्व मौजूद है। उन्होंने कहा कि अकसर पुरूषों से जेंडर रिपोर्टिंग नहीं करायी जाती है।
इससे पूर्व उद्घाटन संबोधन में ऑक्सफैम की क्षेत्रीय निदेशक रंजना दास ने कहा कि मीडिया घरेलू हिंसा जैसे मुद्दों पर संवेदनशील नहीं है। जब तक कोई बड़ी घटना नहीं घटती मीडिया उस पर ध्यान नहीं देती है।
स्वाम बिहार चैप्टर की अध्यक्ष निवेदिता झा ने कहा कि देश में हर दिन तीन महिलाओं की हत्या उसके पति या प्रेमी द्वारा कर दी जाती है। उन्होंने कहा कि मीडिया में महिला हिंसा की खबर को प्राथमिकता से जगह नहीं मिलती है। उन्होंने कहा कि हम एक दूसरे के सहारे जीना चाहते है। उन्होंने आहवान किया कि हम एक आजाद एवं खूबसूरत दुनिया के लिए लड़ें।
कार्यशाला में अतिथियों का स्वागत सुमीता ने किया। जबकि संचालन स्वाम बिहार चैप्टर की सचिव सीटू तिवारी ने किया। महासचिव रजनी शंकर ने स्वाम की गतिविधियों के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला। ‘घरेलू हिंसा, सामाजिक मान्यता और मीडिया’ की भूमिका विषय पर आयोजित कार्यशाला में प्रभात खबर के बिहार हेड राजेंद्र तिवारी, राजीव सुमन सहित कई ने विचार रखें। इस कार्यशाला में बड़ी संख्या में महिला पत्रकारों ने भाग लिया।