निवेश के प्रस्ताव पर एनसीएलटी की मुहर
नयी दिल्ली/ राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) ने यूनाइटेड न्यूज ऑफ इंडिया (यूएनआई) की ऋण समाधान योजना को बुधवार को मंजूरी दे दी और इसके साथ ही देश की सबसे पुरानी एवं विश्वसनीय समाचार एजेंसियों में से एक यूएनआई वर्षों तक गंभीर वित्तीय संकट से जूझने के बाद अब अपना कायाकल्प करने जा रही है।
दिवाला एवं ऋण-शोधन अक्षमता संहिता (आईबीसी) के तहत 64 साल पुरानी इस कंपनी के लिए प्रस्तुत समाधान योजना में निवेश के पर्याप्त प्रावधान हैं। इस योजना की स्वीकृति से इसके सैकड़ों पत्रकारों सहित लगभग 900 सेवारत और पूर्व कर्मचारियों को बड़ी राहत मिलेगी।
यूएनआई के लिए नियुक्त समाधान पेशेवर (आरपी) पूजा बाहरी ने कहा आज देश में आईबीसी प्रक्रिया के तहत समाधान को एक इतिहास रच दिया गया है, क्योंकि माननीय एनएलसीटी ने यूनाइटेड न्यू इंडिया (यूएनआई) की पुनर्जीवित करने के लिए स्टेट्समेन लिमिटेड योजना को मंजूरी दे दी है
उन्होंने इस बात को रेखान्कित किया कि देश की इस दूसरी सबसे बड़ी समाचार एजेंसी के सफल पुनरुद्धार में 900 से अधिक परिवारों की हिस्सेदारी है.
सुश्री बाहरी ने कहा कि आईबीसी अन्य पिछले कानूनों की तरह अप्रासंगिक नहीं है, बल्कि मेरा दृढ़ विश्वास है कि यूएनआई जैसी संस्थाओं का पुनर्जीवित होना इस इस अनूठे कानून की खूबसूरती को प्रदर्शित करता है। यूएनआई जैसी संस्तओं के उद्धार होने तक आईबीसी एक महत्वपूर्ण कानून बना रहेगा। यूएनआई के संबंध में सफल समाधान प्रक्रिया का तात्पर्य है कि इससे न केवल अभी, बल्कि आने वाले कई दशकों तक हजारों लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।"
वर्ष 1961 में स्थापित यूएनआई एक दशक से अधिक समय से गंभीर वित्तीय संकट का सामना कर रही थी. बावजूद इसके पह समाचार एजेंसी वर्तमान में देश भर में अपने 600 से अधिक मीडिया आउटलेट और अन्य संस्थाओं को समाचार और फोटों सेवाएं दे रही है जो एजेंसी के स्थाई ग्राहक हैं।
यूएनआई एशिया की समाचार एजेंसी है, जो उर्दू भाषा में भी सेवा प्रदान करती है और इस भाषा के अधिकांश समाचार पत्र और समाचार वेबसाइट यूएनआई पर निर्भर है। यूएनआई के ग्राहकों में एनटी सिंडिकेशन, हिंदुस्तान (हिंदी दैनिक), दैनिक भास्कर, राजस्थान पत्रिका, पंजाब केसरी, राष्ट्रीय सहारा, सामना और विभिन्न राज्य सरकारें, राजभवन और प्रमुख राजनीतिक दत शामिल हैं।
यूएनआई में वर्तमान में, कंपनी में 250 से अधिक कर्मचारीहै, जिनमें पत्रकार, फोटो-पत्रकार और गैर-पत्रकार शामिल है, इसके अलावा देश भर में फैले जिलों के स्तर तक स्ट्रिंगर्स का एक विशाल नेटवर्क है। एजेंसी अपने ग्राहकों को त्वरित और सटीक तरीके से गुणवत्तापूर्ण समाचार प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।