गाजीपुर ( उ0प्र0)। सिद्दीक़ लाइब्रेरी द्वारा प्रकाशित इस्लामिक मैगज़ीन (हिन्दी) सदा-ए-इस्लाम का ‘सीरतुन्नबी नम्बर’ का विमोचन मंगलवार को शाही मस्जिद फतहपुर सिकन्दर, रेलवे स्टेशन सिटी गाजीपुर में हजरत मौलाना मुख़्तार अहमद कासमी के हाथों हुआ। प्रोग्राम की शुरूआत हजरत मौलाना फजलुल बारी नोमानी ने तिलावते कुरआन पाक से की । तरब ग़ाज़ीपुरी ने नाते पाक सुनाकर ‘सदके में मुस्तफा के तहकीक दो जहाँ है, नहीं बात यह हमारी, यह कुरआन का बयाँ है’ लोगो को झुमने पर मजबुर कर दिया।
प्रोग्राम के मुख्य अतिथि हजरत मौलाना मुख़्तार अहमद कासमी ने बताया कि इल्म दीन सिखने के साथ-साथ जिन्दगी में अमल की बेहद जरूरत है और आगे बयान करते हुए बताया की हिन्दी में सदा-ए-इस्लाम प्रकाशित करने का मकसद सिर्फ नबी की सीरत इल्म के लिए नहीं बल्की अमल के लिए बेहद जरूरी है।
प्रोग्राम में कुअँर मु0 नसीम रज़ा खाँ, रिज़वान कासमी के साथ शहर गाजीपुर के प्रमोद राय, भानू यादव, इतेहाजुद्दीन, मु0 इरफ़ान ग़ाज़ीपुरी, मु0 खुर्शीद, महमुद आलम, अब्दुल मन्नान, अशरफ़, राजू, प्रिन्स, छोटू और शाही मस्जिद के इमाम हाफीज वारिस साहब भी मौजुद थें। प्रोग्राम का संचालन जख़्मी ताजपुरी ने की। मैगजीन के सम्पादक मौलना मु0 नईमुद्दीन गाजीपुरी ने आये हुए मेहमानो का अभार व्यक्त किया।