रितिक चौधरी/ कुछ वरिष्ठ पत्रकारों ने कहा, 'साहब माहौल खराब हो गया है। चारों तरफ कोरोना ही कोरोना है, ऐसे में आपको डिफेंड करना मुश्किल हो गया है। समझ नहीं आ रहा कि इस कोरोना को पॉजिटिव कैसे दिखाएं। चीन भी शांत पड़ा है। पाकिस्तान की तरफ से भी कोई बड़ी घटनाएं नहीं हो रही हैं और बंगाल से हमारे रिपोर्टर संक्रमित होकर लौट रहे हैं। ऐसे में क्या करें?'
तभी साहब ने कहा, 'चिंता मत करिए। आपको मैं रात साढ़े आठ बजे प्राइम टाइम और अगले एक-दो दिन का कंटेंट दे दूंगा, उसी को बार-बार चलाते रहना है। और सुबह अखबार के पहले पन्ने पर कोरोना नहीं मेरी बात होगी।'
फिर क्या था साहब ने वरिष्ठ पत्रकार की चिंता कम कर दी। अब अलग-अलग तरह के पैकेज बनाए और चलाये जा रहे हैं।