विज्ञप्ति जारी कर अलग होने के सम्बन्ध में बयान दिया। कहा- विधिवत रूप से कांग्रेस का सदस्य कभी बना ही नहीं था। उनकी यह विज्ञप्ति निम्नलिखित है -
कँवल भारती
मैं, कांग्रेस से अलग होने के सम्बन्ध में अपना निम्नलिखित बयान मीडिया और सोशल मीडिया के माध्यम से निवेदन करना चाहता हूँ.
1. रामपुर में आज़म खान की तानाशाही के खिलाफ फेसबुक पर मेरी आवाज़ के समर्थन में दिनांक 14 अगस्त 2013 को दिल्ली से कांग्रेस का एक प्रतिनिधि मंडल मुझसे मिलने रामपुर आया था. उसी क्रम में 8 अक्टूबर 2013 को नूर महल, रामपुर में सांसद बेगम नूर बानो और विधायक नवेद मियां की उपस्थिति में मानव संसाधन राज्य मंत्री नितिन प्रसाद ने हार पहना कर मेरा स्वागत किया था और वही तस्वीर उनके द्वारा स्थानीय अख़बारों को भेज दी गयी थी, जो अगले दिन के अख़बारों में “कँवल भारती कांग्रेस में शामिल हुए” सुर्खी के साथ छपी थी. हालाँकि विधिवत रूप से न मैं कांग्रेस का सदस्य बना था और न मैंने कांग्रेस ज्वाइन की थी. पर यह सच है कि मुझे तत्कालीन स्थानीय परिस्थितियों में कांग्रेस के समर्थन की जरूरत थी. इसीलिए मैं अख़बारों में छपी खबर का खंडन नहीं कर सका था. मैंने कांग्रेस का समर्थन किसी राजनीतिक लाभ के लिए नहीं लिया था, बल्कि यह सोचकर लिया था कि कांग्रेस मेरी लड़ाई लड़ेगी, विधान सभा में मेरे पक्ष में आवाज़ उठाएगी. पर मेरा सोचना गलत निकला. कांग्रेस से मुझे अपनी लड़ाई में कोई मदद नहीं मिली. मैं अपनी लड़ाई खुद ही अदालत में लड़ रहा हूँ.
2. इसलिए ऐसी परिस्थितियों में अब मैं किसी भी तरह से कांग्रेस से जुड़े रहना नहीं चाहता हूँ.
अत: मीडिया से अनुरोध है कि कृपया मेरा उपर्युक्त बयान जनता तक पहुँचाने का कष्ट करें.
सादर
भवदीय
कँवल भारती
(दलित चिन्तक एवं साहित्यकार)
सी-260/6, आवास विकास कालोनी
रामपुर- 244901 (उ०प्र०)
18 मार्च 2014