छोटे-बड़े सभी पत्रकारों को एक मंच देकर पत्रकारिता कोश अब आंदोलन बन गया है - प्रेम शुक्ल
मुंबई। पत्रकारीय स्वतंत्रता के नाम पर हम दुनिया में 78वें स्थान पर हैं लिहाजा आज हमें पारदर्शिता सिद्ध करने की जरूरत है। इसलिए पूरी सामर्थ्य और ईमानदारी से पत्रकारों को काम करने की जरूरत है क्योंकि हम विशेष होने का दावा करते हैं। यह उद्गार वरिष्ठ पत्रकार व नवनीत के संपादक विश्वनाथ सचदेव ने गोरेगांव पश्चिम स्थित अजंता पार्टी हॉल में आशीर्वाद द्वारा आयोजित पत्रकारिता कोश-2015 के विमोचन समारोह में व्यक्त किए। समारोह अध्यक्ष दोपहर का सामना के कार्यकारी संपादक प्रेम शुक्ल ने कहा कि पत्रकारिता को ईमानदार बनाए रखने के लिए विभिन्न वेतन आयोगों की सफारिशें लागू होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि छोटे-बड़े सभी पत्रकारों-रचनाकारों को एक मंच पर लाकर पत्रकारिता कोश अब सिर्फ एक डायरेक्टरी नहीं बल्कि एक आंदोलन बन गया है।
कार्यक्रम की शुरूआत मंचस्थ अतिथियों - नवभारत के शहर संपादक ब्रजमोहन पांडेय, उर्दू टाइम्स के फीचर संपादक शकील रशीद, न्यूज एक्सप्रेस के महाराष्ट्र संपादक संदीप शुक्ल, मुंबई मनपा में विरोधी पक्ष नेता बाला आंबेरकर, कौमी पैगाम के संपादक डॉ. हनीफ अंसारी, मुंबई मित्र/वृत्त मित्र के समूह संपादक अभिजीत राणे द्वारा दीप प्रज्ज्वलन व सरस्वती तस्वीर पर माल्यार्पण से हुई। डॉ. रजनीकांत मिश्र प्रस्तुत सरस्वती वंदना के बाद आशीर्वाद के चेयरमैन बृजमोहन अग्रवाल ने अतिथियों का स्वागत किया। संस्था के निदेशक डॉ. उमाकांत बाजपेयी ने प्रस्ताविक वक्तव्य में पत्रकार व पत्रकारिता पर प्रकाश डाला। देश की प्रथम मीडिया डायरेक्टरी पत्रकारिता कोश के संपादक आफताब आलम ने पिछले 15 सालों की यात्रा का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया।
नवभारत के शहर संपादक ब्रजमोहन पांडेय ने कहा कि सभी रचनाकारों-पत्रकारों को इकट्ठा कर पत्रकारिता कोश ने एक नया समाजवाद शुरू किया है। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि महाराष्ट्र सरकार की महिला व बाल विकास मंत्री विद्या ठाकुर ने पत्रकारिता में आए हुए बदलावों को रेखांकित करते हुए पत्रकारिता कोश को संपर्क सूत्रों का खजाना बताया। अभिजीत राणे ने कहा कि संपादक आफताब आलम, सहायक संपादक राजेश विक्रांत व अखिलेश मिश्र ने 2001 से पत्रकारिता कोश शुरू कर देश के सभी पत्रकारों को एक महापरिवार बना दिया है। कार्यक्रम में मुंबई महानगरपालिका के विरोधी पक्ष नेता बाला आंबेरकर, कौमी पैगाम के संपादक डॉ. हनीफ अंसारी, न्यूज एक्सप्रेस के महाराष्ट्र संपादक संदीप शुक्ला व उर्दू टाइम्स के फीचर संपादक शकील रशीद ने भी अपने भाषण में पत्रकारिता संबंधित वक्तव्य दिए और पत्रकारिता कोश की प्रगति हेतु शुभकामनाएं दी।
अतिथियों का स्वागत डॉ. उमाकांत बाजपेयी, कोश के सहायक संपादक व नवभारत के संवाददाता अखिलेश मिश्र, पत्रकार धर्मेंद्र पांडेय, अजिंक्य महाराष्ट्र के संपादक श्रीपाद नाईक, लेखक सलाम शेख, कथाकार संगीता बाजपेयी, लेखिका मधु अरोड़ा, विकलांग की पुकार के कार्यकारी संपादक सरताज मेहदी, समाजसेवी घनश्याम गुप्ता, समरस चेतना के संपादक रवि यादव व निर्मल संदेश के संपादक राधेश्याम विश्वकर्मा, आदि द्वारा किया गया। इस अवसर पर माननीय अतिथियों द्वारा कवि-पत्रकार दिलीप सिंह मंजू की काव्यकृति "प्रधानमंत्री 110" का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम में लोकमंगल संस्था के प्रमुख कन्हैयाला सराफ, हास्य व्यंग्य कवि घनश्याम अग्रवाल, नीटी के पूर्व राजभाषा अधिकारी सुरेशचंद्र जैन, पाकिस्ताननामा स्तंभ फेम फिरोज अशरफ, भाजपा नेता जयप्रकाश ठाकुर, एस्ट्रॉलॉजी टुडे के संपादक आचार्य पवन त्रिपाठी, वैश्विक हिंदी सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ. एम.एल.गुप्ता, क्राइम रिपोर्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष राज शर्मा, क्राइम रिपोर्टर्स टीवी न्यूज के प्रबंध संपादक दीपक उपाध्याय, उद्योगपति व कवि महावीर प्रसाद नेवटिया, सिटिजन विजिलेंस टाइम्स के संपादक शिवकुमार यादव, निरंकुश कलम के संपादक जाफर शेख, आदि का विशेष सम्मान किया गया। इस अवसर पर पत्रकारिता कोश की सूचनाएं एकत्रित करने में विशेष योगदान के लिए हिमांशु विश्वकर्मा तथा सलाम शेख को श्रेष्ठ सूचना ब्यूरो का सम्मान प्रदान किया गया।
कार्यक्रम का संचालन आशीर्वाद के महासचिव डॉ. अनंत श्रीमाली तथा आभार प्रदर्शन कोश के सहायक संपादक व व्यंग्यकार राजेश विक्रांत ने किया। इस कार्यक्रम में अमर त्रिपाठी, अलका अग्रवाल सिगतिया, धीरज मिश्रा, संजीव निगम, डॉ. वनमाली चतुर्वेदी, डॉ. रीता गौतम, माया बाजपेयी, धर्मेंद्र कुशवाहा, अनुपम मेश्राम, भानु मिश्र, राम सिंह, डॉ. जे.पी. वघेल, शील कुमार शर्मा, मिथिलेश मिश्र, जीतेंद्र पांडेय, रमेश श्रीवास्तव, शैलेंद्र श्रीवास्तव, आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।