पति की रिहाई को लेकर उच्चतम न्यायालय में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका, मंगलवार को सुनवाई
नयी दिल्ली/ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणियों को लेकर गिरफ्तार किये गये पत्रकार प्रशांत कनौजिया की पत्नी जगीशा अरोड़ा ने अपने पति की रिहाई को लेकर उच्चतम न्यायालय में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की है, जिस पर कल सुनवाई होगी।
याचिकाकर्ता की ओर से वकील नित्या रामकृष्णन ने न्यायमूर्ति इंदिरा बनर्जी और न्यायमूर्ति अजय रस्तोगी की अवकाशकालीन खंडपीठ के समक्ष मामले का विशेष उल्लेख किया और त्वरित सुनवाई का न्यायालय से अनुरोध किया। न्यायालय याचिका पर सुनवाई को तैयार हो गया और इसके लिए कल की तारीख मुकर्रर की।
श्रीमती अरोड़ा ने बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर करके अपने पति की रिहाई की मांग की है। याचिकाकर्ता ने अपने पति की गिरफ्तारी को गैर-कानूनी और एकतरफा करार देते हुए उनकी रिहाई की मांग की है।
योगी आदित्यनाथ के साथ अपने संबंधों का दावा करने वाली एक महिला के बारे में प्रकाशित समाचार को मजाकिया टिप्पणी के साथ ट्विटर पर गुरुवार को साझा करने के आरोप में प्रशांत कनौजिया को उत्तर प्रदेश पुलिस ने शनिवार को दिल्ली के पश्चिमी विनोद नगर स्थित उनके घर से गिरफ्तार कर लिया था।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए लखनऊ के हजरतगंज पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी दर्ज की है, जिसमें कहा गया है कि प्रशांत कनौजिया ने ट्विटर के जरिये आपत्तिजनक सामग्री पोस्ट करके मुख्यमंत्री की छवि खराब करने की कोशिश की है।