रामकिशोर पवार। एक तरफ प्रेस कौसिंल आफ इंडिया पत्रकारो के शैक्षणिक स्तर की बात करता है वहीं दुसरी ओर बैतूल जिले में जी न्यूज, आजतक, पी सेवन, जैसे कई न्यूज चैनल के पत्रकार दस क्लास भी पास नहीं है। ऐसे में पत्रकारिता का स्तर तो गिरेगा ही और अनुभवहीन पत्रकारिता ब्लेकमेलिंग का कार्य करेगी।
एक ही व्यक्ति आजतक से लेकर एक दर्जन न्यूज चैनलो को खबरे अपने पीसी से भिजवाता है। क्या न्यूज चैनल वाले अंधे है। उन्हे दिखाई नहीं देता कि एक जैसी खबरे क्यूं चल रही है जब सब लोग हर खबर के पैसे दे रहे है। बैतूल जिले में प्रायोजित खबरो का प्रचलन चल पड़ा है। महज सनसनी पैदा करने के लिए कुंजीलाल से मुंगेरीलाल तक की खबरें प्रसारित की जाती है। न्यूज चैनलों के आधे से ज्यादा रिर्पोटरो को पीटीसी तक करनी नहीं आती है लेकिन भोपाल और दिल्ली में सेटिंग करके रिर्पोटर बन जाते है। उन्हे कोरे कागज पर खबरों के पारिश्रमिक की प्राप्ति की रसीद से लेकर उनके खातो में पेमेंट डाल कर कुछ लोग केवल धंधा कर रहे है। आजकल चौकीदार और चपरासी के लिए 12 वी कक्षा पास अनिवार्य मांगते है लेकिन जी न्यूज , आजतक पी सेवन के लिए खबरे भेजने वाले दसवी कक्षा भी पास नहीं है।
(यह लेखक का आकलन है )