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 मीडियामोरचा

____________________________________पत्रकारिता के जनसरोकार

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हमें सुनाई भी दे रहा है, दिखाई भी दे रहा है और आपको अंजना मैम?

चैनल को पता है कि हऊआ पैदा करने से वो कंटेंट के बारे में सोचना छोड़ देंगे...

विनीत कुमार/ आजतक चैनल ने अपने प्राइम टाइम शो राजतिलक में हेलीकॉप्टर जोड़ा है. इसके जरिए एंकर सौ लोकसभा सीटों से रिपोर्टिंग करेंगे जिसे वो हवाई कवरेज हता रहे हैं. कार्यक्रम की एंकर अंजना ओम कश्यप जोर से हम दर्शकों से पूछती हैं- सुनाई दे रहा है न आपको ? उन्हें जोर से इसलिए बोलना पड़ रहा है कि सामने खड़े हैलिकॉप्टर की आवाज़ से उनकी आवाज़ दब न जाय.

लेकिन हम दर्शकों को न केवल ठीक-ठीक सुनाई दे रहा है बल्कि दिखाई भी दे रहा है. सुनाई हमें यह दे रहा है कि हमारे आगे तुम पैदल-ओटो-रिक्शा, पब्लिक ट्रांसपोर्ट में चलनेवाले की औक़ात क्या है और दिखाई ये दे रहा है कि डीडी मेट्रो पर 20-22 मिनट के एक शो से शुरु हुआ आजतक आज कैसे करोड़ों का कारोबार कर रहा है ? उसके पास दिखाने के लिए बहुत कुछ है लेकिन दर्शक के पास देखने के लिए कुछ बचा नहीं.

आजतक के दर्शक जिस पृष्ठभूमि और समझ से आते हैं, चैनल को पता है कि हऊआ पैदा करने से वो कंटेंट के बारे में सोचना छोड़, इस अंदाज़ से ही आक्रांत हो जाएंगे. ठीक वैसे ही जैसे मोहल्ले का लफुआ अपनी नयी बाईक चमकाकर पूरे मोहल्ले का दादा बनने की कोशिश में लगा होता है. आजतक ने इस मानसिकता को ठीक-ठीक पकड़ा है. उसका मुक़ाबला किसी मीडिया चैनल से नहीं, सीधे बॉलीबुड की फ़िल्मों से है जहां लार्जर दैन लाइफ इमेज ही प्रोडक्ट है. आजतक को ऐसे लोग इन हाऊस मिल जा रहे हैं और एंकर की भी बॉलीबुड में न दाने की कुंठा थोड़ी कम हो जा रही है. संभवतः भारतीय टेलिविजन के दर्शक यही डिजर्ब भी करते हों. 

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पुरालेख--

सम्पादक

डॉ. लीना