पटना। वरिष्ठ पत्रकार और दैनिक हिंदुस्तान पटना के संपादकीय विभाग को वर्षों अपनी सेवा दे चुके सुनील गौतम नहीं रहे । सड़क हादसे में आज शाम उनकी मौत हो गयी । …
Blog posts December 2015
जनसंचार विभाग के अध्यक्ष बने डॉ. चौबे
महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग के शिक्षकों ने किया स्वागत
वर्धा। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय …
आहटों को सुनने वाले कवि थे पंकज सिंह
लखनऊ। कवि -पत्रकार पंकज सिंह से हमारा वैचारिक रिश्ता रहा है जो अटूट है। वे नक्सलबाड़ी आंदोलन से प्रेरित कवि है। यह उनकी कविता में प्राणवायु की तरह है। भारतीय सामाजिक संरचना में जो तानाशाही है उसे पंकज सुनते हैं, नागार्जुन की तरह। वे आहटों के कवि हैं, उन आहटों के जो भविष्य की हैं। उनकी कवि…
फारसी भाषा का 34 वां सम्मेलन संपन्न
नई पीढ़ी को फारसी से जोड़ने में मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण
साकिब ज़िया/ पटना। "अगर बेरुए ज़मीन बेहिश्त हस्त, हमीन अस्त, हमीन अस्त, हमीन अस्त" । यानी "अगर धरती पर कह…
असली खबर, बिना किसी राय के पाठकों तक पहुंचाये अखबार: जेटली
‘प्रेस इन इंडिया’ का लोकार्पण करने के बाद श्री जेटली ने कहा कि विशुद्ध खबर देने के सिद्धांत से भटक गए हैं अखबार
नयी दिल…
वार्षिक रिपोर्ट नहीं देने वाले अखबारों का पंजीकरण होगा रद्द
आरएनआई की 59वीं रिपोर्ट के मुताबिक देश में सर्वाधिक हिंदी के 42493 समाचार पत्र और पत्रिकायें पंजीकृत हैं
नयी दिल्ली। सर…
क्या सवर्णवादी-जातिवादी मीडिया से भी कैफ़ियत तलब की जा सकती है?
हेमन्त कुमार। संतोष झा और मुकेश पाठक! नाम के साथ चस्पा सरनेम से किसी को जानने में परेशानी नहीं होगी कि दोनों की जाति ब्राह्मण है! दोनों के नाम दरभंगा में सड़क निर्माण कार्य में लगी कंपनी चड्ढा एंड चड्ढा के दो इंजीनियरों की हत्या करने के कारण सुर्खियों में है. …
पत्रकार "सैयद अब्दुर्राफे "की याद में शोक सभा
साकिब ज़िया/पटना। कलम के सिपाही को श्रद्धांजलि देते हुए पत्रकार "सैयद अब्दुर्राफे "की याद में आज शोक सभा का आयोजन किया गया। शोकसभा का आयोजन पटना स्थित बिहार उर्दू भवन में किया गया। 21 दिसंबर को उर्दू के वरिष्ठ पत्रकार सैयद अब्दुर्राफे साहब का लंबी बीमारी के बाद पटना में न…
क्या ऐसा ही होना चाहिए मीडिया का रवैया?
इर्शादुल हक। मैं बिहार के प्रति मीडिया की इसी बेशर्मी के इंतजार में था. इंतजार जरा लम्बा चला. दो महीने. आखिरकार मीडिया ने इसकी शुरूआत दरभंगा के दो इंजीनियरों की हत्या के साथ कर ही दी. कह रहे हैं 'रिटर्न्स ऑफ जंगल राज पार्ट-2'. इन दोनों इंजीनियरों को कथित रूप से संतोष झा गैंग के म…
नहीं रहे जाने माने कवि और पत्रकार पंकज सिंह
नई दिल्ली। जाने माने कवि और पत्रकार पंकज सिंह नहीं रहे । नोएडा स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान आज उनका निधन हो गया। वे पूर्वी चंपारण के चैता के निवासी थे। राष्ट्रीय पत्रकारिता में उनकी खास पहचान थी। बीबीसी हिन्दी सेवा में उन्होंने काफी नाम कमाया था। …
अब कोई रिपोर्टर शहीदों के गाँव घर जाकर भावुकता का उन्माद नहीं फैलायेगा!
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लाहौर यात्रा
रवीश कुमार/ कई बार किसी क़दम की पहली प्रतिक्रिया भी देखी जानी चाहिए । जैसे ही ख़बर आई कि प्रधानमंत्री मोदी लाहौर जा रहे हैं, सुनकर ही अच्छा लगा । दुश्मनी हो या दोस्त…
“आछरी-माछरी” को 2015 का सृजनगाथाडॉटकॉम सम्मान
कथाकार हैं डॉ. हरिसुमन बिष्ट
रायपुर। उत्कृष्ट कथा लेखन के लिए 2015 का 'सृजनगाथा डॉट काम सम्मान' कथाकार डॉ. हरिसुमन बिष्ट को उनके उपन्यास 'आछरी माछरी' के लिए प्रदान किया जायेगा। श्री बिष्ट वर्तमान में हिंदी अकादमी दिल्ली के सचिव पद पर कार…
"मेरे मेहबूब" की साधना का निधन
बालों का "साधना" कट मशहूर था
मुंबई। अपनी जीवंत अदाकारी के लिए जानी जाने वाली बीते जमाने की मशहूर अभिनेत्री साधना का शुक्रवार को मुंबई के एक अस्पताल में उपचार के दौरान निधन हो गया। वह 74 साल की थीं । वह कुछ समय से बीमार थीं। पिछले साल ही उनकी…
क्या क्रिसमस की छुट्टी पर है पत्रकारिता
डी डी सी ए मामले में रिपोर्टिंग नहीं हो रही है
रवीश कुमार/ खोजी पत्रकार क्रिसमस की लंबी छुट्टी पर चले गए हैं ! तभी तो डी डी सी ए मामले में उतना ही सामने आ रहा है जितना बयानों में आ रहा है । अब तक ऐसे बड़े मा…
प्रेस क्लब के सामाजिक सरोकार
नौगाव (छतरपुर)। नगर नौगाव के वार्ड 2 तहसील कार्यालय के पास रहने वाली बिन माँ की लड़की कु. आयूषि सैनी का तीसरा जन्म दिवस गणेश शंकर विधार्थी प्रेस क्लब के प्रान्तीय कार्यालय में मनाया गया। इसमें नौगाव अधिवक्ता संघ अध्यक्ष श्री सूरज देव मिश्रा ने बालिका को नगद राशि देकर उसको आश…
पारंपरिक कैलेंडर सशक्त संचार माध्यमः अरुण जेटली
‘विकास की नई उड़ान’ विषय पर भारत सरकार का कैलेंडर 2016 जारी
कर्नल राज्यवर्द्धन राठौड़ ने कैलेंडर 2016 का ई-संस्कारण जारी किया …
अखबार छापने वाले वर्षों से हैं लगातार धरने पर
अखबारी दुनिया भी नहीं लेती खबर
लीना / लगभग साढ़े चार साल से टाइम्स ऑफ इंडिया, पटना अखबार को छापने वाले हडताल पर है। जी हां, पटना शहर के मध्य स्थित टाइम्स ऑफ इंडिया के कार्यालय के सामने फुटपाथ पर बैनर लगा आज भी अपने को निकाले जाने के विराध …
सुंदर पिचाई पर, कोई क्यों नहीं बनाता फिल्म...!!
तारकेश कुमार ओझा/ 80 के दशक में एक फिल्म आई थी, नाम था लव - मैरिज। किशोर उम्र में देखी गई इस फिल्म के अत्यंत साधारण होेने के बावजूद इसका मेरे जीवन में विशेष महत्व था। इस फिल्म के एक सीन से मैं कई दिनों तक रोमांचित रहा था। क्योंकि फिल्म में चरित्र अभिनेता चंद्रशेखर दुबे ए…
हाशिये पर हैं उर्दू अखबारों के पत्रकार
“उर्दू पत्रकारिता के 200 वर्ष”
संजय कुमार/ “उर्दू पत्रकारिता के 200 वर्ष” विषय पर भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय के राष्ट्रीय उर्दू भाषा विकास परिषद्, नई दिल्ली के तत्वावधान में पटना में 19 और 20 दिसंबर 2015 को आयोजित…
वरिष्ठ पत्रकार सैयद अब्दुर्राफे का निधन
पटना। वरिष्ठ उर्दू पत्रकार सैयद अब्दुर्राफे का पटना में निधन हो गया। 75 वर्षीय स्वर्गीय राफे काफी दिनों से बीमार चल रहे थे। उन्होंने अपनी पत्रकारिता के माध्यम से समाज का लंबे समय तक कल्याण किया। वह इमारत- ए - शरिया की ओर से प्रकाशित साप्ताहिक समाचार पत्र " नकीब "के संपादक थे। यहां के अलावा…