
वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक चिंतक बीजी वर्गीज़ का निधन हो गया है। वे 87 वर्ष के थे और कुछ समय से बीमार थे। मैग्सैसे पुरस्कार से सम्मानित वर्गीज़ हिंदुस्तान टाइम्स और इंडियन एक्सप्रेस के संपादक रहे थे। एक महीने पहले वर्गीज…

वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक चिंतक बीजी वर्गीज़ का निधन हो गया है। वे 87 वर्ष के थे और कुछ समय से बीमार थे। मैग्सैसे पुरस्कार से सम्मानित वर्गीज़ हिंदुस्तान टाइम्स और इंडियन एक्सप्रेस के संपादक रहे थे। एक महीने पहले वर्गीज…
मीडिया का उपयोग हमारे देश में सब लोग अपने अपने स्तर पर कर रहे हैं
मनोज कुमार / गांव-देहात में एक पुरानी कहावत है गरीब की लुगाई, गांव भर की भौजाई. शायद हमारे मीडिया का भी यही हाल ह…

सारधा घोटाले से जुड़ी एक भी खबर किसी चैनल पर नजर नहीं आती.....
तारकेश कुमार ओझा / क्या खबरों की दुनिया में भी कई ' उपेक्षित कोने ' हो सकते हैं। मीडिया का सूरतेहाल देख कर तो क…
मुंबई । मुंबई से प्रकाशित हिंदी दैनिक दबंग दुनिया के समाचार उप संपादक रोहित तिवारी ने मुंबई में राजस्थान पत्रिका का दामन थाम लिया है। श्री तिवारी दबंग दुनिया में एंटरटेनमेंट इंचार्ज के तौर पर भर्ती हुए थे।…

मीडिया विमर्श के आयोजन में 7 फरवरी को होंगे अलंकृत
भोपाल। हिंदी की साहित्यिक पत्रकारिता को सम्मानित किए जाने के लिए दिया जाने वाला पं. बृजलाल द्विवेदी अखिलभारतीय साहित्यिक पत्रकारिता सम्मान इस वर्ष ‘कला समय’…
रायपुर साहित्य उत्सव
संजय स्वदेश / रायपुर साहित्य उत्सव संपन्न हुआ। इसकी शुरुआत से लेकर समापन के बाद तक फेसबुक पर तरह तरह के मुद्दे को लेकर फुसफुसाहट जारी है। कोई दमादारी से इसके पक्ष में आवाज उठा रहा है तो कई मित्र छत्तीसगढ़ के कुछ मुद्दों क…
संजीव शर्मा / ‘न्यूज़’ की अंग्रेज़ी परिभाषा से ‘एन-ई’ नदारत हैं क्योंकि न्यूज़ (NEWS) की परिभाषा में तो उत्तर(N),पूर्व(E),पश्चिम(W) और दक्षिण(S) क्षेत्र समाहित हैं. पूर्वोत्तर(NE) के स्थान पर ‘सी’(Central) यानि मध्य भारत ने, खासतौर पर दिल्ली और आस-पास के क्षेत्रों ने कब्ज़ा कर लिया …

शोध पत्रिका के 14 वर्ष पूरे
भोपाल। शोध पत्रिका ‘समागम’ जनवरी 2015 में अपने प्रकाशन का 14 वर्ष पूरे करने जा रही है। वर्ष 2014 का अंक एक गांधी के महात्मा हो जाने विषय पर केन्द्रित है।…

‘टूटी स्लेट, आधी पेंसिल से मुख्यमंत्री की कुर्सी तक, जीतन राम माँझी’ पुस्तक के लेखक हैं अशरफ अस्थानवी
पटना। मुख्यमंत्री श…

नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्ट इण्डिया की बिहार शाखा के पटना कार्यालय में आयोजित शोक सभा में दी गयी श्रद्धांजली
पटना…
एकात्म मानववाद के 50 वर्ष पूरे होने पर ‘मीडिया विमर्श’ का वार्षिकांक 'भारतीयता का संचारक' हो रहा है चर्चित
भोपाल …
मुंबई। यहाँ से प्रकाशित होने वाले एक स्थापित मराठी दैनिक पत्र को एक सहायक संपादक की आवश्यकता है। उम्मीदवार अँग्रेजी और मराठी भाषा में दक्ष होना चाहिए। साथ ही उसे 15 वर्ष और ऐसे ही पद का कम से कम पांच वर्ष का अनुभव भी हो।…
मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज भारत की प्रथम मीडिया डायरेक्टरी "पत्रकारिता कोश" की प्रति भेंट की गई। कोश के सलाहकार एवं अजिंक्य महाराष्ट्र के संपादक श्रीपाद नायक ने उन्हे यह प्रति भेंट की।…

उदय प्रकाश / दोस्तो, क्या आप रजत शर्मा जी के चैनल इंडिया टीवी को इस समय देख रहे हैं ? इसके 21 वीं वर्षगाँठ पर आयोजित विशेष एपिसोड में। …

छठे पटना फिल्मोत्सव प्रतिरोध का सिनेमा की शुरुआत
पटना। 'बोल की लब आजाद हैं तेरे’ इस आह्वान के साथ कालीदास रंगालय में छठे पटना फिल्मोत्सव प्रतिरोध का सिनेमा उद्घाटन हुआ। यह त्रिदिवसीय फिल्मोत्सव प्रसिद्ध चि…
मीडिया के लिये तो यह त्रासदी महज एक खबरनामा बन कर रह गयी है
मनोज कुमार/ तीस बरस का समय कम नहीं होता है। भोपाल के बरक्स देखें तो यह कल की ही बात लगती है। 2-3 दिसम्बर की वह रात और रात की तरह…

विनोद तिवारी को जिला अध्यक्ष बनाया
भोपाल। वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष राधावल्लभ शारदा ने युवा पत्रकार श्री योगेश तिवारी को वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन का प्रांतीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है। इसी अवसर पर श्री वि…

प्रसार भारती के नए चेयरपर्सन ए. सूर्यप्रकाश वरिष्ठ अंग्रेजी पत्रकार हैं और दिल्ली स्थित विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन के फेलो भी रह चुके हैं। उनसे प्रसार भारती के नए और संभावित स्वरूप पर बातचीत की …

विवाह में सलीम खान व उनके बेटों ने कितने पैसे खर्च किए या उसमें कौन-कौन शरीक हुआ, इन 'मसालाखेज़” बातों के साथ मीडिया द्वारा दिखाये गए विवाह में निहित उन संदेशों को भी समझा जाए जो हमारे समाज में फैले रूढ़ीवादिता को ठेंगा दिखाते हैं…
यह सवाल उठना लाजिमी है कि जनता दल (यू) के कथित राजनीतिक नुकसान का हवाला देते हुए मीडिया, ख़ासकर बिहार के मीडिया में मांझी पर आए दिन दनादन ‘गोलाबारी’ क्यों हो रही है?…
डॉ. लीना