Menu

 मीडियामोरचा

____________________________________पत्रकारिता के जनसरोकार

Print Friendly and PDF

आज जनोन्मुखी पत्रकारिता की जरूरत: डॉ प्रेम कुमार

मनाया गया नवबिहार टाइम्स पत्र का 30वा स्थापना दिवस समारोह

औरंगाबाद/ बिहार के कृषि पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने नव बिहार टाइम्स की प्रशंसा करते हुए कहा कि 30 वर्षों तक अनवरत निष्पक्ष पत्रकारिता करते हुए एक अखबार का प्रकाशन बहुत बड़ी बात है. वे रविवार को औरंगाबाद जिला मुख्यालय में हिंदी दैनिक नवबिहार टाइम्स के 30वें  स्थापना दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे.

उन्होंने कहा कि विकास में मीडिया की बहुत बड़ी भूमिका है और राज्य सरकार पत्रकारों तथा मीडिया के साथ पूरी तरह खड़ी है. यह बात सही है कि मीडिया के सामने कई तरह की चुनौतियां हैं लेकिन बिहार सरकार और केंद्र सरकार मीडिया के साथ खड़ी है और उसकी चुनौतियों को निपटने में पत्रकारों को सहयोग देने को तत्पर है. उन्होंने पत्रकारिता में आए बदलावों को रेखांकित करते हुए जनोन्मुखी पत्रकारिता की जरूरत को बढ़ावा देने की बात की. उन्होंने इस मौके पर सामाजिक कार्य करने वाले कई लोगों को सम्मानित भी किया. 

पाठकों के नजरिए से लिखी जाए खबरें:सुशील

वहीं औरंगाबाद के सांसद सुशील कुमार सिंह ने कहा कि आज के दौर में मीडिया को चाहिए कि वह पाठकों के नजरिए से खबरों को विकसित करें. मीडिया उन क्षेत्रों के बारे में लोगों का और प्रशासन का ध्यान ले जाते हैं जो कहीं न कहीं उपेक्षित रह जाते हैं. ऐसी दशा में मीडिया को ऐसे मुद्दे उठाए उठाने चाहिए जिसका सरोकार आम लोगों की पीड़ा से हो. उन्होंने कहा कि इस दिशा में कई स्तर पर काम भी किया जा रहा है लेकिन समाज के सामने बढ़ती चुनौतियों को देखते हुए इसे प्राथमिकता देने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि नकारात्मक पत्रकारिता का युग अब समाप्त हो रहा है और इसका स्थान सकारात्मक पत्रकारिता ले रही है. अब समाज की सकारात्मक चीजों को लोग देखना और जानना चाहते हैं. कई समाचार समूहों ने इस बारे में अच्छा काम किया है.

उन्होंने नव बिहार टाइम्स की प्रशंसा करते हुए कहा कि आज अधिकतर अखबार बड़े औद्योगिक घरानों के द्वारा काफी बड़ी पूंजी और लागत लगाकर निकाले जा रहे हैं. ऐसी स्थिति में व्यक्तिगत प्रयास से बिहार जैसे क्षेत्र में लगातार 30 वर्षों तक एक अखबार का प्रकाशन बहुत बड़ी उपलब्धि है. आज यह अखबार अंतरप्रांतीय अख़बार है क्योंकि इसका झारखण्ड संस्करण भी प्रकाशित हो रहा है. उन्होंने अखबार के संपादक कमल किशोर को इसके लिए बधाई देते हुए कहा की आने वाले समय में पत्रकारिता के सामने  में और भी चुनौती आने वाली हैं जिसे निपटने के लिए सरकार साथ दे रही है.

देश और राज्य के विकास में सहायक है पत्रकारिता

पत्रकारिता लोकतंत्र का एक अहम हिस्सा है और विकास में इसकी बड़ी भागीदारी है. यह बातें नवबिहार टाइम्स के तीसरे स्थापना दिवस समारोह के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में अतिथियों ने कही. काराकाट संसदीय क्षेत्र के सांसद महाबली सिंह ने कहा कि पत्रकारिता की वजह से लोकतंत्र जीवित है इससे सरकार और आम जनता के बीच में संवाद कायम होता है. उन्होंने लगातार 30 वर्षों से हो रहे नवबिहार टाइम्स के प्रकाशन को बेहद सराहनीय और साहसिक कदम बताते हुए कहा कि नवबिहार टाइम्स परिवार का यह प्रयास अनुकरणीय है. उन्होंने नव बिहार टाइम्स को अपनी शुभकामनाएं भी दीं.  

नवीनगर के विधायक वीरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि जिले के विकास में नव बिहार टाइम्स ने बड़ी भूमिका निभाई है और अब यह बिहार में अपनी विशिष्ट पहचान बना चुका है. बिहार के अधिकतर जिलों में इसके कार्यालय हैं और इसके पास संवाददाताओं की अच्छी टीम है जिसकी वजह से बिहार के कोने कोने की खबरें एक साथ पाठकों को मिल जाती हैं. विधान पार्षद राजन कुमार सिंह ने नवबिहार टाइम्स परिवार को बधाई देते हुए कहा कि पूरे बिहार की खबरों को एक साथ समेटकर यह अखबार प्रस्तुत करता है. उन्होंने कहा कि नवबिहार टाइम्स वास्तव में बिहार की जनता की आवाज है. एक लंबे समय तक इसका प्रकाशन यह साबित करता है कि इसे जनता का बहुत स्नेह प्राप्त हुआ है. औरंगाबाद के विधायक आनंद शंकर सिंह ने कहा कि पत्रकारिता के सहयोग के बिना विकास संभव नहीं है. अखबारों के माध्यम से ही हमें पता चलता है कि किस क्षेत्र में क्या जरूरत है और उस क्षेत्र में विकास का कार्य कराया जाता है. उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों, सरकार तथा आम जनता के बीच में पत्रकारिता एक सेतु का काम करती है. उन्होंने तीन दशकों तक इस अखबार के प्रकाशन को बड़ी उपलब्धि बताते हुए शुभकामना दी. उन्होंने कहा कि अधिकतर अखबार बड़े औद्योगिक घरानों द्वारा प्रकाशित किए जा रहे हैं ऐसे में इस अखबार का प्रकाशन बिहार से होना बहुत बड़ी बात है.

नबीनगर पावर जेनरेटिंग कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विजय सिंह ने कहा कि आज के दौर में मीडिया की विशिष्ट भूमिका है. उन्होंने अपनी कंपनी की ओर से जिले के विकास की दिशा में किए जा रहे प्रयासों का जिक्र करते हुए कहा कि जल्द ही एनपीजीसी से वाणिज्यिक उत्पादन शुरू हो जाएगा. इससे बिहार की न केवल ऊर्जा जरूरतें पूरी होंगी बल्कि अन्य राज्यों और पड़ोसी देश नेपाल को भी ऊर्जा की आपूर्ति की जा सकेगी. उन्होंने एनपीजीसी द्वारा चलाई जा रही जन कल्याण योजनाओं के बारे में भी लोगों को जानकारी दी. सांसद प्रतिनिधि अश्विनी सिंह ने भी इस मौके पर नव बिहार टाइम्स परिवार को बधाई देते हुए कहा कि बिहार के विकास में इस अखबार की विशिष्ट भूमिका रही है. वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता और जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश पदाधिकारी विश्वनाथ सिंह ने कहा कि नवबिहार टाइम्स की तीन दशकों की  विकास यात्रा से वे भली-भांति वाकिफ हैं और उन्होंने देखा है कि किस प्रकार संघर्ष करते हुए यह अखबार जनता की आकांक्षाओं का प्रतिनिधि बन गया है.

इसके पूर्व अतिथियों का स्वागत करते हुए नव बिहार टाइम्स के संपादक कमल किशोर ने कहा कि तीन दशकों का यह सफर बेहद मुश्किल था लेकिन उन्हें समाज के हर तबके से सहयोग और स्नेह प्राप्त हुआ. आज उसी की देन है कि नव बिहार टाइम्स बहुत ज्यादा विकसित हो गया है और बिहार में लगातार तीन दशकों से प्रकाशित होने वाला दूसरा अखबार है. उन्होंने सहयोग और समर्थन के लिए केंद्र सरकार, बिहार सरकार, जिला प्रशासन, जनप्रतिनिधियों और आम जनता को धन्यवाद देते हुए कहा कि इन सब के सहयोग के बिना मूल्य आधारित पत्रकारिता करना संभव नहीं था. उन्होंने नव बिहार टाइम्स परिवार के सदस्यों और संवाददाताओं को भी धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में भी मूल्य आधारित पत्रकारिता की है और अखबार को विकसित करने में अपना पूरा योगदान दिया है. 

नवबिहार टाइम्स के 30 वें स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में सामाजिक सांस्कृतिक शैक्षणिक गतिविधियों में विशेष योगदान के लिए समाज के प्रबुद्ध लोगों को नव बिहार टाइम्स सम्मान से सम्मानित किया गया.

Go Back

Comment

नवीनतम ---

View older posts »

पत्रिकाएँ--

175;250;e3113b18b05a1fcb91e81e1ded090b93f24b6abe175;250;cb150097774dfc51c84ab58ee179d7f15df4c524175;250;a6c926dbf8b18aa0e044d0470600e721879f830e175;250;13a1eb9e9492d0c85ecaa22a533a017b03a811f7175;250;2d0bd5e702ba5fbd6cf93c3bb31af4496b739c98175;250;5524ae0861b21601695565e291fc9a46a5aa01a6175;250;3f5d4c2c26b49398cdc34f19140db988cef92c8b175;250;53d28ccf11a5f2258dec2770c24682261b39a58a175;250;d01a50798db92480eb660ab52fc97aeff55267d1175;250;e3ef6eb4ddc24e5736d235ecbd68e454b88d5835175;250;cff38901a92ab320d4e4d127646582daa6fece06175;250;25130fee77cc6a7d68ab2492a99ed430fdff47b0175;250;7e84be03d3977911d181e8b790a80e12e21ad58a175;250;c1ebe705c563d9355a96600af90f2e1cfdf6376b175;250;911552ca3470227404da93505e63ae3c95dd56dc175;250;752583747c426bd51be54809f98c69c3528f1038175;250;ed9c8dbad8ad7c9fe8d008636b633855ff50ea2c175;250;969799be449e2055f65c603896fb29f738656784175;250;1447481c47e48a70f350800c31fe70afa2064f36175;250;8f97282f7496d06983b1c3d7797207a8ccdd8b32175;250;3c7d93bd3e7e8cda784687a58432fadb638ea913175;250;0e451815591ddc160d4393274b2230309d15a30d175;250;ff955d24bb4dbc41f6dd219dff216082120fe5f0175;250;028e71a59fee3b0ded62867ae56ab899c41bd974

पुरालेख--

सम्पादक

डॉ. लीना