नयी दिल्ली/ दिल्ली हिंसा की रिपोर्ट करने के लिए उत्तर पूर्वी दिल्ली के घोंडा में इलाके में पहुंचे कारवां के तीन पत्रकारों पर हमला किया गया और महिला पत्रकार के साथ यौन उत्पीड़न की घटना हुई।
अंग्रेजी पत्रिका कारवां ने एक बयान जारी कर बुधवार को कहा कि उत्तर पूर्वी दिल्ली के घोंडा इलाके के सुभाष मोहल्ले में भीड़ ने कारवां के तीन पत्रकारों पर मंगलवार को हमला किया। पत्रकार दिल्ली हिंसा की एक शिकायतकर्ता से संबंधित मामले की रिपोर्ट करने वहां गए थे। तकरीबन दो घंटे तक शाहिद तांत्रे, प्रभजीत सिंह और कारवां की एक महिला पत्रकार पर हमला होता रहा। उन्हें सांप्रदायिक गालियां दी गई, हत्या कर देने की धमकी दी गई और उनके साथ हिंसा की। जब ये पत्रकार इलाके में लगे भगवा झंडों की तस्वीरें ले रहे थे, तब कुछ लोग उनके पास जमा होकर तस्वीर लेने से रोकने लगे। वहां मौजूद एक शख्स खुद को भाजपा का महासचिव बता रहा था। उस शख्स ने तांत्रे से परिचय पत्र मांगा और उसके बाद उस पर हमला कर दिया।
उन्होंने कहा कि महिला पत्रकार जब वहां से भागने लगीं तो एक अधेड़ उम्र का आदमी उनके सामने अशलील हरकत करने लगा। हमले से बचने के लिए महिला पत्रकार वहां से निकल कर पड़ोस की एक गली में भागी और एक जगह रुक सुस्ताने लगी तो लड़कों ने उन्हें घेर लिया और महिला पत्रकार की तस्वीरें खींचने कर वीडियो बनाने लगे।
इस संबंध में पत्रकारों ने भजनपुरा थाने में लिखित शिकायत दी है। पत्रकारों का कहना है कि जब वे लोग थाने में पहुंचे तो वहां पर भी भीड़ ने उन्हें घेर लिया लिया।