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____________________________________पत्रकारिता के जनसरोकार

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गणेश शंकर विद्यार्थी पत्रकारिता सम्मान

विचारों के संघर्ष में भौतिकता का विचार हावी: ईश्वर दास रोहाणी

माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय में सम्मान समारोह

भोपाल/ राष्ट्रीय चरित्र पर प्रतिदिन प्रहार हो रहे हैं। समाज में त्याग को कोई महत्व नहीं दिया जाता। आज के समय में समाज के हर क्षेत्र में गिरावट आई है ऐसे में विचारों के चौतरफा संघर्ष में भौतिकता की सोच हावी होती जा रही है।  ऐसे समय में गणेश शंकर विद्यार्थी द्वारा दिखाया गया पत्रकारिता का मार्ग समाजिक परिवर्तन में मील का पत्थर हो सकता है। यह विचार मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष श्री ईश्वर दास रोहाणी ने रवींद्र भवन में व्यक्त किए। श्री रोहाणी माखनलाल चतुर्वेदी  पत्रकारिता विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित गणेश शंकर विद्यार्थी पत्रकारिता सम्मान समारोह में बोल रहे थे।

रोहाणी ने महान पत्रकार गणेश शंकर विद्यार्थी को याद करते हुए आज के समाज की स्थिति को भयावह चिंता का विषय बताया। उन्होंने कहा कि आज त्याग का महत्व कम होता जा रहा है। आज ईमानदारों की कमी नहीं लेकिन विडम्बना है कि ईमानदार लोगों को अपनी ईमानदारी की परीक्षा देनी होती है।   

इस मौके पर साल 2010 और 2011 के लिए गणेश शंकर विद्यार्थी पत्रकारिता सम्मान से दो वरिष्ठ पत्रकारों को सम्मानित किया गया। देश के जाने माने पत्रकार और जनसत्ता समाचार सेवा के संपादक रह चुके श्री रामबहादुर राय को साल 2010 के लिए सम्मान दिया गया। इस सम्मान को स्वीकार करते हुए श्री राय ने कहा कि गणेश शंकर विद्यार्थी लेखनी के क्रांतिधर थे और उन्होंने कलम को स्वतंत्रता की लड़ाई में शस्त्र बनाना चाहते थे। साल 2011 के लिए गणेश शंकर विद्यार्थी सम्मान प्रख्यात पत्रकार एवं दैनिक भास्कर रायपुर के पूर्व संपादक श्री रमेश नैयर को दिया गया। श्री नैयर को देश के अनेक भागों में काम करने का अनुभव है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि शांत वन्य प्रदेश बस्तर नक्सलियों की राजधानी बन चुका है तो इसमें राजनीति के साथ-साथ पत्रकारिता की भी विफलता है। वर्ष 2010 एवं 2011 के लिए माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय द्वारा श्री राय एवं श्री नैयर को सम्मान स्वरूप 2 लाख रुपए की राशि, प्रशस्ति पत्र एवं शॉल भेंटकर सम्मानित किया गया।

इस मौके पर सम्मान समारोह पर मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए मुख्यमंत्री के विशेष सचिव श्री मनोज श्रीवास्तव ने बोलते हुए कहा कि समाज में आज भी सांप्रदायिकता की आग है जिसे खत्म करने के लिए आज के पत्रकारों में भी बलिदान की भावना है। उन्होंने पत्रकारिता में परंपरागत लेखन में दमखम के आभाव पर अपनी चिंता भी जताई। सम्मान समारोह में विश्वविद्यालय के कुलपति श्री बीके कुठियाला ने बोलते हुए कहा कि गणेश शंकर विद्यार्थी सम्मान भाषायी पत्रकारिता के माध्यम से मूल्यों की स्थापना और संवर्धन, सत्यान्वेशन, जनपक्षधरता, गहरे समाजिक सरोकार, स्वातंत्रय चेतना के प्रसार और अप्रतिम सृजनात्मक योगदान के लिए श्री रामबहादुर राय एवं श्री रमेश नैयर को प्रदान करते हुए विश्वविद्यालय गौरवान्वित है। प्रदान किए गए सम्मान के निर्णायक मंडल में वरिष्ठ पत्रकार श्री राधेश्याम शर्मा, श्री अच्युतानंद मिश्र, श्री कुमार आनंद, डॉ. नंदकिशोर त्रिखा एवं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी के कुठियाला शामिल थे।  कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार श्री विजय दत्त श्रीधर, डॉ. विजय बहादुर सिंह, श्री राजेंद्र शर्मा, श्री कैलाश चंद्र पंत, श्री अरुण पटेल, श्री सोमदत्त शास्त्री, श्री राम भुवन कुशवाहा, डॉ. महेश परिमल, श्री गिरीश उपाध्याय समेत शहर के गणमान्य नागरिक, मीडियाकर्मी, विश्वविद्यालय के शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी एवं विद्यार्थी शामिल थे। 

डॉ. पवित्र श्रीवास्तव, विभागाध्यक्ष, जनसंपर्क, द्वारा जारी विज्ञप्ति

 


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सम्पादक

डॉ. लीना