Menu

 मीडियामोरचा

____________________________________पत्रकारिता के जनसरोकार

Print Friendly and PDF

ग्रामीण, वेब मीडिया के बड़े कन्जयूमर: सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री: संजय झा

वेब जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया का दो दिवसीय ‘वेब मीडिया समिट 2023’ का हुआ शुभारम्भ, देश भर से पत्रकारिता जगत के दिग्गजों का जुटान

वेब मीडिया से आज पत्रकारिता वैश्विक हो गई है: संजय द्विवेदी

पटना/  वेब जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया का दो दिवसीय ‘वेब मीडिया समिट 2023’ का शुभारम्भ शनिवार(28.10.2023) को पटना स्थित पनास बेंक्वेट, सगुना मोड़ में हुआ‌। 'वेब मीडिया समिट 2023’ का विधिवत उद्घाटन बिहार के  सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय झा और मीडिया जगत के दिग्गजों   प्रो० (डा.) संजय द्विवेदी, आईआईएमसी के पूर्व महानिदेशक, ब्रजेश कुमार सिंह समूह संपादक, नेटवर्क 18 समूह, पंकज सिंह- संपादक, टीवी-9, सहित पत्रकारिता जगत के कई दिग्गजों  द्वारा संयुक्त रूप से किया गया ।

बिहार के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय झा ने ‘वेब मीडिया समिट 2023’ के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि आज ग्रामीण लोग वेब मीडिया के सबसे बड़े कंज्यूमर हैं। उनका भरोसा वेब मीडिया पर बना रहे, यह ध्यान रखे जाने की जरूरत है। सम्मिट के लिए प्रकाशित स्मारिका का भी विमोचन मुख्य अतिथियों ने किया।

वेब मीडिया समिट 2023’ के द्वितीय सत्र में “वेब मीडिया: दशा- दिशा और भविष्य” विषय पर विमर्श में  मीडिया दिग्गजोंने ने विचार रखे।

एडिटर्स गिल्ड के पूर्व महासचिव व एसोसिएशन के संरक्षक एन. के. सिंह ने कहा कि ग्रामीण न सिर्फ बड़ा कंस्यूमर है बल्कि वे खबरें दे भी रहे हैं। इसलिए जनमुद्दों से जुड़ी खबरें वेब के कंटेंट में ज्यादा से ज्यादा हो।

नेटवर्क 18 के समूह संपादक ब्रजेश सिंह ने वेब मीडिया  कैसे  रेवेन्यू  पैदा कर सके , इस पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि सही कंटेंट देकर ऐसा किया जा सकता है। क्योंकि दर्शकों के पास लाखों ऑप्शन हैं।

भारतीय जनसंचार संस्थान के पर्व महानिदेशक प्रो डॉ संजय द्विवेदी ने कहा कि वेब मीडिया के कारण आज पत्रकारिता वैश्विक हो गई है। आज छोटे समूह भी ऑनलाइन पत्रकारिता कर पा रहे हैं। उन्होंने वेब मीडिया के सफलता के साथ इसकी चुनोतियों की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि वेब और सोशल मीडिया ने दुनिया में जनसंचार क्रांति को जन्म दिया है और परंपरागत संचार माध्यमों के सामने न सिर्फ गहरी चुनौती पेश की है बल्कि उनके अस्तित्व पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।

लाइव सिटीज के ज्ञानेश्वर ने दावे से कहा कि आज वेब ही असली व प्रमुख मीडिया हो गई है। वहीं जागरण के संपादक आलोक मिश्र ने वेब सहित सभी मीडिया को मीडिया एथिक्स जानने पर जोर दिया। राष्ट्रीय सहारा के संपादक संजय त्रिपाठी ने कहा कि वेब को भी जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए व खबरों को परोसने से पहले पूरी छानबीन करनी चाहिए।

टीवी 9 के कार्यकारी संपादक पंकज सिंह ने कहा कि वेब मीडिया ने पत्रकारिता का लोकतांत्रिक रण व सरलीकरण कर दिया है। साथ ही उन्होंने कहा कि एकरस कंटेंट परोसने के कारण टीवी पत्रकारिता में जो वैक्यूम पैदा हुआ है उसका फायदा वेब मीडिया उठा सकता है और अच्छे कंटेंट दे। पंजाब केसरी के प्रवीण झा ने भाषा की समृद्धता पर जोर दिया।

इससे पूर्व वेब जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष आनन्द कौशल  आगत अतिथियों का   स्वागत किया। मुरली मनोहर श्रीवास्तव ने मंच संचालन व महासचिव अमित रंजन ने धन्यवाद ज्ञापनकरते हुए एसोसिएशन के द्वारा मीडिया पत्रकारों के लिए किए गए कार्यों की भी चर्चा की।

सम्मिट के अन्य सत्र में डॉ माधो सिंह ने  दिग्गजों के साथ विभिन्न मुद्दों पर परिचर्चा की। सम्मिट में मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथियों का अंगवस्त्र व प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया। 

चतुर्थ सत्र सांस्कृतिक कार्यक्रम के नाम रखा गया था, जिसमें “शाम-ए-ग़ज़ल“ का आयोजन किया गया. प्रसिद्द गायक (दरभंगा घराना), मिथिला रत्न पं अभिषेक मिश्रा द्वारा कार्यक्रम प्रस्तुति किये गए. ‘वेब मीडिया समिट 2023’ में बिहार सहित देश भर से आये  वेब मीडिया से जुड़े सम्पादक, रिपोटर, संचालक मौजूद रहे. 

Go Back

Comment

नवीनतम ---

View older posts »

पत्रिकाएँ--

175;250;e3113b18b05a1fcb91e81e1ded090b93f24b6abe175;250;cb150097774dfc51c84ab58ee179d7f15df4c524175;250;a6c926dbf8b18aa0e044d0470600e721879f830e175;250;13a1eb9e9492d0c85ecaa22a533a017b03a811f7175;250;2d0bd5e702ba5fbd6cf93c3bb31af4496b739c98175;250;5524ae0861b21601695565e291fc9a46a5aa01a6175;250;3f5d4c2c26b49398cdc34f19140db988cef92c8b175;250;53d28ccf11a5f2258dec2770c24682261b39a58a175;250;d01a50798db92480eb660ab52fc97aeff55267d1175;250;e3ef6eb4ddc24e5736d235ecbd68e454b88d5835175;250;cff38901a92ab320d4e4d127646582daa6fece06175;250;25130fee77cc6a7d68ab2492a99ed430fdff47b0175;250;7e84be03d3977911d181e8b790a80e12e21ad58a175;250;c1ebe705c563d9355a96600af90f2e1cfdf6376b175;250;911552ca3470227404da93505e63ae3c95dd56dc175;250;752583747c426bd51be54809f98c69c3528f1038175;250;ed9c8dbad8ad7c9fe8d008636b633855ff50ea2c175;250;969799be449e2055f65c603896fb29f738656784175;250;1447481c47e48a70f350800c31fe70afa2064f36175;250;8f97282f7496d06983b1c3d7797207a8ccdd8b32175;250;3c7d93bd3e7e8cda784687a58432fadb638ea913175;250;0e451815591ddc160d4393274b2230309d15a30d175;250;ff955d24bb4dbc41f6dd219dff216082120fe5f0175;250;028e71a59fee3b0ded62867ae56ab899c41bd974

पुरालेख--

सम्पादक

डॉ. लीना